भारत, पाकिस्तान ने रूकी वार्ता बहाल करने का निर्णय, होगी एनएसए स्तरीय बैठक
उफा (रूस) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2016 में दक्षेस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पाकिस्तान आने के वहां के अपने समकक्ष नवाज शरीफ के न्यौते को आज स्वीकार कर लिया। यह उनकी पाकिस्तान की पहली यात्रा होगी। दोनों नेताओं के बीच शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन से इतर लगभग एक घंटे की मुलाकात हुई जिसमें दोनों देशों के बीच के तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई ।
बैठक के दौरान शरीफ ने अगले वर्ष इस्लामाबाद में होने जा रहे दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए मोदी को पाकिस्तान आने का न्यौता दिया। संयुक्त बयान में बताया गया, ‘‘ प्रधानमंत्री मोदी ने यह न्यौता स्वीकार कर लिया।’’ उल्लेखनीय है कि मोदी और शरीफ पिछले वर्ष नवंबर में काठमांडो में हुए दक्षेस शिखर सम्मेलन में मौजूद थे लेकिन दोनों के बीच द्विपक्षीय बैठक नहीं हो पाई क्योंकि उस समय दोनों देशों में कटुता का माहौल था।
बैठक में भारत और पाकिस्तान ने गतिरोध तोड़ते हुए रूकी वार्ता प्रक्रिया को बहाल करने और मुम्बई पर आतंकी हमलों के मुकदमों को तेज करने के रास्ते तलाशने का आज निर्णय किया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ दक्षिण एशिया से आतंकवाद को समाप्त करने में सहयोग करने पर सहमत हुए। एक महत्वपूर्ण पहल के तहत विदेश सचिव एस जयशंकर और पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन बुलाया और उसमें संयुक्त बयान को पढ़ा। संयुक्त बयान में दोनों नेताओं के बीच हुई बैठक के परिणामों को बताया गया है।