मेरठ । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मेरठ के एक चुनावी जनसभा में सपा-कांग्रेस गठबंधन, अखिलेश, राहुल और मायावती पर जबरदस्त हमला किया। पीएम मोदी ने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश का विकास करना है तो SCAM को उखाड़ फेंकने का काम करना होगा, इस चुनाव में कमल को खिलाना होगा। मोदी ने SCAM को एस से सपा, सी से कांग्रेस, ए से अखिलेश और एम से मायावती के रूप में परिभाषित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि चुनाव प्रचार के दौरान मेरठ आने का सौभाग्य मिला। मेरठ की धरती से अंग्रेजो की लड़ाई शुरू हुई थी। उस वक्त अंग्रेजों से लड़ाई थी, आज गरीबी के खिलाफ लड़ाई है। आज भूमाफिया, भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई है। उत्तर प्रदेश के पास हिंदुस्तान के सबसे ताकतवर राज्य बनने का मौका है। यूपी में प्राकृतिक संसाधन, गंगा-यमुना है। राज्य में नौजवान है। फिर क्या कारण है कि यूपी के युवाओं को रोजी-रोटी कमाने के लिए घर छोड़ना पड़ता है। अपने बूढ़े मां-बाप को छोड़कर शहर के गंदी नलियों के पास रहने को मजबूर होना पड़ता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपने मुझे जो काम दिया है, ढाई साल हो गये मोदी के नाम पर कोई कलंक है क्या? देश को नुकसान उठाने जैसा कोई काम किया है क्या? उत्तर प्रदेश ने जो प्यार दिया, मुझे भी यूपी का कर्ज चुकाना शेष है। ढाई साल में मैंने गरीबी, पीड़ितों, दलितों, किसानों के लिए ढेर सारा काम किया। मैं उत्तर प्रदेश में कितना ही अच्छा चाहूं लेकिन अच्छा करने को लेकर जो रूकावटें पैदा करने वाली सरकार है, उसे जब तक हटाएंगे नहीं तब तक प्रदेश का भला नहीं हो सकता है। दिल्ली के योजनाओं को यूपी के जनता तक पहुंचाने के लिए वर्तमान राज्य सरकार को हटाना जरूरी है।
प्रधानमंत्री ने कहा की मेरठ पश्चिमी उत्तर प्रदेश का विकास द्वार है। मेरठ अपने उद्योग-धंधे के लिए राज्य का प्रमुख शहर है लेकिन क्या कारण है कि निर्दोष व्यापारियों को मार दिया जा रहा है। ये मामला सिर्फ मेरठ का नहीं है। पूरे उत्तर प्रदेश में गुंडागर्दी भरी पड़ी है। इसलिए गुंडों को आश्रय देने वाले पार्टी को हटाना पड़ेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज आप देख रहे होंगे कि जो कांग्रेस पार्टी गांव-गांव जाकर यूपी में भाषण दे रहे थे। सपा को गालियां दे रहे थे कि सपा बेमान है। रातों -रात ऐसा क्या हो गया कि आप उनके गले लग गये। मोदी ने कहा कि राजनीति में गठबंधन देखे हैं लेकिन ऐसा गठबंधन पहली बार देखा है कि सुबह-शाम गालियां देते थे और आज एक दूसरे के गले लगकर बचाओ-बचाओ कह रहे हैं। एक दूसरे को बचाने के लिए राहुल-अखिलेश लगे हैं।