पीलीभीत। उत्तर प्रदेश में सरकार की चेतावनी के बाद भी बच्चा चोरी की अफवाह पर भीड़ का हमला थम नहीं रहा है। सेहरामऊ क्षेत्र में शुक्रवार देर रात डायल 100 सेवा को बच्चा चोरों की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। घटनास्थल पहुंचने पर बच्चा चोरी की सूचना अफवाह निकली। इस पर पुलिस ने अफवाह ना फैलाने की हिदायत दी तो ग्रामीण उग्र हो गए और मारपीट शुरू कर दी। इसी दौरान एक पुलिसकर्मी के सिर पर गंभीर चोट आयी। उग्र भीड़ ने पुलिस की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त कर दी। इसकी सूचना पर जिलधिकारी और पुलिस अधीक्षक रात में ही मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को शांत कराने के साथ ही सिपाहियों को अस्पताल भेजा।
सेहरामऊ
उत्तरी थाना क्षेत्र के गांव सोंधा में शुक्रवार देर रात बच्चा चोर होने की सूचना
पर पहुंचे पीआरबी कांस्टेबल अरविंद सिंह राणा और प्रेमपाल को गांव वालों ने जमकर
मारा-पीटा। इसकी सूचना पर पहुंचे सुल्तानपुर चौकी इंचार्ज महेश
और सिपाही रामप्रकाश, दिनेश
सिंह और सचिन को भी ग्रामीणों ने लाठी-डंडों से पीटा। तमंचे से फायरिंग भी की गई। पुलिस
टीम पर हमला होने की सूचना पर जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव और एसपी मनोज सोनकर जिले
के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ गांव पहुंचे। किसी तरह हंगामे को शांत
किया जा सका।
सेहरामऊ उत्तरी थाना प्रभारी निरीक्षक खीम सिंह जलाल ने बताया कि ग्रामीणों ने बच्चा चोर होने की सूचना दी थी। इस पर पीआरबी और सुल्तानपुर चौकी पुलिस पहुंची थी। दरोगा सहित आधा दर्जन कांस्टेबल मौके पर पहुंचेय़ अफवाह ना फैलाने को दहने पर लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया और लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा। इस मामले में दस लोगों को नामजद करते हुए 70 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रधान सहित नामजद किए गए 10 आरोपित हिरासत में ले लिये गए हैं। हत्या के प्रयास मारपीट और सरकारी कार्य में बाधा डालने सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके साथ ही दो लोगों से तमंचा भी बरामद किया गया है।
उधर इस घटना के बाद से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है और लोग अपने घरों से निकलने का साहस नहीं जुटा पा रहे हैं।