लखनऊ। (UP Panchayat Election 2021) उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची के पुनरीक्षण की तारीखों की घोषणा कर दी है। मतदाता सूची का पुनरीक्षण 1 अक्टूबर से 12 नवंबर तक किया जाएगा। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 29 दिसंबर को किया जाएगा। दरअसल, प्रदेश में ग्राम प्रधान समेत सभी पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल 25 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। इसको देखते हुए भले ही कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अभी चुनाव की तारीख घोषित तिथि घोषित नहीं की गई है लेकिन आज मंगलवार से औपाचारिक शुरुआत हो गई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि वर्ष 2021 की पहली तिमाही में पंचायत चुनाव हो सकते हैं।
उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने इसको लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार के जारी आदेश के क्रम में कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए 1 अक्टूबर से मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्यक्रम शुरू होगा। आज यानी 15 सितंबर से बीएलओ और पर्यवेक्षकों को काम बांटने के साथ स्टेशनरी वितरण का काम शुरू कर दिया गया है। ये दोनों काम 30 सितंबर तक खत्म कर लेने होंगे। इसके बाद 1 अक्टूबर से 12 नवंबर तक बीएलओ घर-घर जाकर गणना तथा सर्वेक्षण कार्य करेंगे। 1 अक्टूबर से 5 नवंबर तक मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने या फिर संशोधन का काम ऑनलाइन हो सकेगा। 6 नवंबर से 12 नवंबर तक बीएलओ घर-घर जाकर ऑनलाइन प्राप्त आवेदन पत्रों की जांच करेंगे।
13 नवंबर से 5 दिसंबर तक ड्राफ्ट नामावलियों की कम्पयूटर से पांडुलिपि तैयार की जाएगी। 6 दिसंबर से ड्राफ्ट मतदाता सूची का प्रकाशन होगा। 6 से 12 दिसंबर तक ड्राफ्ट के रूप में प्रकाशित नामावली का निरीक्षण किया जाएगा। 6 से 12 दिसंबर के बीच में ही दावा तथा आपत्ति प्राप्त की जाएगी। 13 से 19 दिसंबर तक दावा और आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। इसके बाद 20 से 28 दिसंबर तक पांडुलिपि को मूल स्थान में समाहित करने की कार्यवाही होगी। प्रदेश में 29 दिसंबर को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा।