पटना। शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ लगातार “जुबानी गोलाबारी” के चलते भाजपा से निलंबित कर दिए गए शत्रुघ्न सिन्हा ने अंततः शनिवार को कांग्रेस का हाथ थाम लिया। 24 अकबर रोड पर एक संक्षिप्त कार्यक्रम में उन्हें कांग्रेस की औपचारिक सदस्यता दिलाई गई। शत्रुघ्न सिन्हा ने कुछ दिन पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी। उसी दौरान उन्होंने कहा था कि वह पहली नवरात्र यानी छह अप्रैल को कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे।

इस अवसर पर शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा- “मुझे इस बात की खुशी है कि कांग्रेस ने मुझे अपने परिवार का हिस्सा बनाया है। इसमें पारिवारिक मित्र लालू यादव का भी बड़ा हाथ है। लालू यादव ने कहा कि आप जाएं और कांग्रेस को मजबूत करें। यह बड़ा अच्छा कदम रहेगा। मैं लालू जी और उनके परिवार को धन्यवाद देता हूं कि नवरात्रि के दिन आपने हमें भेजा है।”

भाजपा छोड़ने का थोड़ा दुख भी है

शत्रुघ्न ने आगे कहा कि थोड़ा दुख भी है कि आज उस परिवार को छोड़कर यहां पर आए है जिसका आज स्थापना दिवस है। उन्होंन कहा, “मैंने यह कहा था कि मैं पार्टी नहीं छोड़ूंगा पार्टी निकाले तो चला जाऊंगा। उन्होंने निकाला नहीं लेकिन जो हरकतें की उससे मुझे यह कदम उठाना पड़ा है।“

कांग्रेस में शामिल होने से पहले शत्रुघ्न ने ट्वीट किया कि वह भारी मन से भाजपा को छोड़ रहे हैं। इससे पहले कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने अपने एक ट्विट किया था, “दिल से मानता हूं कि जो सच में विश्वास रखने वाले और आत्मा की आवाज से बोलने वाले लोग हैं, वे कहीं दब के नहीं रह सकते। शत्रुघ्न सिन्हा जी ने अपने आप में निर्णय लिया है कि वे कांग्रेस पार्टी से जुड़कर आगे आने वाले दिनों में पार्टी के स्टार प्रचारक के रूप में साथ मिलकर काम करेगें।“

कांग्रेस कार्याल में आयोजित कार्यक्रम में रणदीप सुरजेवाला, केसी वेणुगोपाल, शक्ति सिंह गोहिल, बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा, अखिलेश सिंह आदि ने शत्रुघ्न सिन्हा का विधिवत स्वागत किया।

शत्रुघ्न सिन्हा संभवत: बिहार के पटना साहिब लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे जहां से वह 2014 में भाजपा के टिकट पर संसद पहुंचे थे। वह कई मौके पर इस बात का जिक्र कर चुके हैं कि “सिचुएशन कुछ भी हो, लोकेशन वही रहेगा।” गौरतलब है कि पटना साहिब सीट पर भाजपा ने इस बार केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद को टिकट दिया है।

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