नई दिल्ली।  (Sonia Gandhi on India-China clash) कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा  (LAC) पर चीनी सैनिकों की तरफ से हुए अचानक हमले के बाद हुई झड़प में 20 भारतीय सैनिकों की शहादत पर केंद्र सरकार से कुछ गंभीर सवाल पूछे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश को बताना चाहिए कि आखिर चीनी सेना ने ऐसी हिमाकत कैसे की। यह भी बताना चाहिए कि चीनियों ने भारत की जमीन पर कब्जा कैसे किया। साथ ही कहा कि संकट की इस घड़ी में कांग्रेस पार्टी सेना और सरकार के साथ खड़ी है। उन्होंने आगे कहा, “पार्टी पूरी तरह आश्वस्त है कि दुश्मन का मुकाबला करने के लिए पूरा देश एकजुट है।”

सोनिया का यह बयान कमांडिग ऑफिसर कर्नल संतोष बाबू समेत 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के करीब 34 घंटे बाद आया है। चीनी सैनिकों ने सोमवार की रात पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में पैट्रोलिंग पॉइंट-14 पर भारतीय सैनिकों पर तब अचानक हमला कर दिया जब वे यह देखने गए थे कि डी-एस्केलेशन के वादे के मुताबिक चीनी पीछे हटे या नहीं। हमले के समय पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिकों की संख्या भारतीय सैनिकों की संख्या के मुकाबले पांच गुना थी। समचार एजेंसी ने बुधवार को लगातार दूसरे दिन इस बात की पुष्टि की कि इस झड़प में चीन के 40 से ज्यादा सैनिक मारे गए।

इस घटना पर सोनिया गांधी ने एक वीडियो संदेश जारी किया और कहा, “आज चीनी घुसपैठ को लेकर देशभर में बहुत गुस्सा है। ऐसे में प्रधानमंत्री को आगे आकर राष्ट्र को बताना चाहिए कि चीन आखिर यह आक्रामक रुख अख्तियार करने में सफल कैसे हुआ।” उन्होंने अपने संदेश में यह भी सवाल किया कि चीन ने हमारी कितनी जमीन पर कब्जा किया है, यह बताया जाए। साथ ही, सरकार यह भी बताए कि सरकार के पास इस समस्या से निपटने की क्या रणनीति है।

कांग्रेस की शीर्ष नेता ने पूछा, “क्या हमारे जवान और अधिकारी अब भी लापता हैं? कितने सैनिक और अधिकारी गंभीर रूप से घायल हैं?” सोनिया ने कहा कि 20 जवानों की शहादत ने देश को झकझोर कर रख दिया है। उन्होंने कहा, “मैं सभी बहादुर सैनिकों को दिल की गहराइयों से श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं और ईश्वस से प्रार्थना करती हूं कि उनके परिवारों को यह पीड़ा सहने की क्षमता प्रदान करे।”

40 से ज्यादा चीनी सैनिक भी मारे गए

गलवान घाटी में सोमवार रात भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में चीन के कमांडिंग अफसर को भी ढेर कर दिया गया। समाचार एजेंसी एएनआई ने एक बार फिर से बताया है कि इस घटना में 40 से ज्यादा चीनी सैनिक मारे गए हैं। एएनआई ने सू्त्रों के हवाले से बताया कि जो सैनिक टकराव का हिस्सा थे, उन्होंने चीन के हताहत हुए सैनिकों की संख्या के बारे में बताया है। हालांकि, सही संख्या कितनी है, यह तो सामने नहीं आया है लेकिन 40 से अधिक चीनी सैनिक झड़प में मारे गए हैं।

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