अमेरिका ने पाकिस्तान को एफ-16 विमान इस शर्त के साथ दिए थे कि वह इनका इस्तेमाल केवल आतंकरोधी अभियानों में ही करेगा, किसी देश के खिलाफ नहीं।
नई दिल्ली। आतंकवाद पर कार्रवाई के नाम पर झूठ बोलते रहे पाकिस्तान का एक और झूठ सामने आया है। भारतीय मिग-21 वाइसन द्वारा किसी भी एफ-16 युद्धक विमान को मार गिराने से इन्कार का उसका झूठ कुछ घंटे ही टिक पाया। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में फाइटर जेट एफ-16 का मलबा मिलने के साथ ही उसका यह झूठ भी बेनकाब हो गया। एक समाचार एजेंसी द्वारा जारी की गई तस्वीर में वायुसेना के जानकारों के हवाले से बताया गया है कि जिस विमान का मलबा मिला है वह एफ-16 का ही है।
भारत ने बुधवार का दावा किया था कि वायुसेना ने पाकिस्तान के F16 विमान को मार गिराया है। इस लड़ाकू विमान का मलवा गुलाम कश्मीर में गिरा था। बताया जा रहा है कि इस तस्वीर में दिखाया गया मलवा उसी विमान का हो सकता है। अब समाचार एजेंसी ने जो तस्वीर जारी की है उसमें एफ 16 के मलबे के पास पाकिस्तानी सेना की 7 नॉदर्न लाइट इंफैंट्री के कमांडिंग अफसर भी देखे जा सकते हैं।
दरअसल, बुधवार को भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान के तीन एफ-16 भारतीय सीमा में घुस आए थे। इस घुसपैठ की जानकारी मिलते ही भारतीय वायुसेना के दो मिग-21 वाइसन ने तुरंत उड़ान भरी। इस पर तीनों घुसपैठिये विमान वापस भागने लगे जिनमें से एक को भारतीय विमान ने मार गिराया, हालांकि इस दौरान हुई डॉग फाइट के बाद भारत का एक मिग-21 भी हादसे का शिकार हो गया था। इसके बाद से ही पाकिस्तान यह दावा कर रहा था कि उसके किसी जंगी जहाज को नुकसान नहीं पहुंचा है। दरअसल, अमेरिका ने उसे एफ-16 विमान इस शर्त के साथ दिए थे कि वह इनका इस्तेमाल केवल आतंकरोधी अभियानों में ही करेगा, किसी देश के खिलाफ नहीं। चूंकी पाकिस्तान ने अमेरिका के साथ तय शर्तं का उल्लंघन किया था, इस कारण वह झूठ पर झूठ बोले जा रहा था।