अमेठी। कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए नाक का सवाल बन चुका अमेठी लोकसभा क्षेत्र शुक्रवार को एक “भावुक चिट्ठी” और उस पर तीखे पलटवार का गवाह बना। अमेठी से चौथी बार लोकसभा पहुंचने का प्रयास कर रहे राहुल गांधी ने अमेठी की जनता को संबोधित करते हुए एक चिट्ठी लिखकर अमेठी और वहां की जनता के प्रति अपनी भावनाएं जताने की कोशिश की तो भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने इसे लेकर उन पर करारा हमला बोला।
मैंने देश को जोड़ने की कोशिश कीः राहुल
राहुल गांधी ने इस पत्र की शुरुआत में लिखा है, “अमेठी मेरा परिवार है। मेरा अमेठी परिवार मुझे हिम्मत देता है कि मैं सच्चाई के साथ खड़ा रहूं, मैं गरीब-कमजोर लोगों की पीड़ा सुन सकूं और उनकी आवाज उठा सकूं और सबके लिए एक समान न्याय का संकल्प ले सकूं। आपने मुझे जो प्यार की सीख दी थी, उसके आधार पर मैंने पूरे देश को उत्तर से दक्षिण, पूरब से पश्चिम तक जोड़ने की कोशिश की है।”
पत्र की भावुक अंदाज में शुरुआत करने वाले राहुल उसके अंत में भाजपा पर हमलावर हो गए और लिखा, “पूरा देश भाजपा के पांच साल के अन्याय के खिलाफ और न्याय के साथ खड़ा है। आने वाली छह मई को अमेठी के चुनाव होने वाले हैं। मेरा अमेठी परिवार जानता है कि भाजपा के लोग चुनाव के दौरान यहां झूठ की फैक्ट्री लगा देते हैं और पैसे की नदियां बहाते हैं लेकिन भाजपा वाले शायद जानते नहीं कि अमेठी की ताकत उसकी सच्चाई, स्वाभिमान और सादगी है। अमेठी की जनता को मेरा वचन है कि केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनते ही भाजपा द्वारा अमेठी में रोके गए सारे काम तेज गति से शुरु होंगे। छह मई को भारी संख्या में मतदान कर अपने इस परिवार के सदस्य को फिर मजबूती दीजिए।“
परिवार छोड़कर कभी कोई जाता नहींः स्मृति
कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा पत्र में व्यक्त भावनाओं को स्मृति ईरानी ने पलटवार के मौके के रूप में लपक लिया। स्मृति ने कहा, “परिवार छोड़कर कभी कोई जाता नहीं है। अगर चिट्ठी लिख रहे हैं तो इस बात का संदेश दे रहे हैं कि उन्होंने अमेठी को कभी इतनी अहमियत ही नहीं दी कि स्वयं यहां आकर दर्शन दें और चुनाव में न्याय पंचायतवार जाएं। मैं तो इतना ही कहूंगी कि राहुल गांधी का हिंदू और हिंदुस्तान विरोधी चेहरा केवल अमेठी की जनता ही नहीं बल्कि पूरे हिंदुस्तान के सामने आ चुका है।”
स्मृति इतने पर ही नहीं रुकी बल्कि कश्मीर, आतंकवाद और हिंदुत्व के बहाने कांग्रेस को भी लपेट लिया। स्मृति ने कहा कि एक तरफ उनकी (राहुल की) पार्टी ने यासीन मालिक को महिमामंडित किया जिसने कश्मीरी पंडितों को मौत के घाट उतारा, दूसरी ओर उनके नेता एक ऐसे नेता के साथ मंच पर जाते हैं जो हिंदुओं को हिंसक बताते हैं। राहुल गांधी बिल्कुल अपनी सहूलियत के हिसाब से जनेऊ पहनते हैं। राहुल गांधी अमेठी और देश की जनता को बताएं कि क्यों वे और उनके पार्टी के नेता बार-बार हिंदुओं का अपमान करते हैं।