नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 में शर्मनाक हार के बाद सदन में अनुभवी और सर्वमान्य नेता को लेकर चिंतित कांग्रेस ने अंततः अपनी पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपने संसदीय दल का नेता चुन लिया। कांग्रेस के नवनिर्वाचित लोकसभा सदस्यों (newly elected Congress memberss) की शनिवार को हुई पहली बैठक में उनके चयन पर मुहर लगाई गई। उनके नाम का प्रस्ताव डॉ. मनमोहन सिंह ने किया। यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब राहुल गांधी कह चुके हैं कि वह अब पार्टी अध्यक्ष पद पर नहीं बने रहना चाहते।
गौरतलब है कि 543 सदस्यों वाली लोकसभा में कांग्रेस के मात्र 52 सांसद चुनकर आये हैं। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के लिए 55 सदस्यों की जरूरत होती है। इस हिसाब से देखें तो कांग्रेस के पास इस पद के लिए तीन सांसदों की कमी है। बैठक में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के समेत पार्टी के सभी 52 लोकसभा सदस्य मौजूद रहे। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य भी बैठक में शामिल हुए।
बीती 25 मई को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद यह पहली आधिकारिक बैठक है जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हिस्सा लिया। आपको याद होगा कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी और कहा था कि बेहतर होगा कि पार्टी गांधी परिवार से अलग कोई कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव करे।