लंदन। पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज नासिर जमशेद को मैनचेस्टर की क्राउन कोर्ट ने स्पॉट फिक्सिंग के मामले में 17 महीने जेल की सजा सुनाई है। अदालत ने उनको पिछले साल दिसंबर में दोषी करार दिया था। क्राउन कोर्ट ने 33 साल के जमशेद के साथियों यूसुफ अनवर और मोहम्मद एजाज को भी क्रमशः 40 और 30 महीने की सजा सुनाई है। इन दोनों ने भी पाकिस्तान सुपर लीग में खिलाड़ियो को खराब प्रदर्शन के लिए धनराशि देने की बात कबूली। ये दोनों ब्रिटेन के नागरिक हैं। जमशेद पर पीसीबी 2018 में 10 साल का बैन लगा चुकी है। इससे पहले 4 खिलाडी फिक्सिंग के मामले में जेल जा चुके हैं। इनमें पाकिस्तान के ही मोहम्मद आमिर, मोहम्मद आसिफ और सलमान बट्ट शामिल हैं। इनके अलावा भारतीय गेंदबाज एस. श्रीसंत भी मैच फिक्सिंग को लेकर 27 दिन (मई-जून 2013) दिल्ली की तिहाड़ जेल में गुजार चुके हैं।
ब्रिटेन की नेशनल क्राइम एजेंसी ने पिछले साल स्पॉट फिक्सिंग की जांच के दौरान जमशेद, यूसुफ अनवर और मोहम्मद इजाज को गिरफ्तार किया था। शुरू में तो इन तीनों ने पाकिस्तान सुपर लीग में फिक्सिंग की बात से इन्कार किया लेकिन पिछले साल दिसंबर में हुई सुनवाई के दौरान इसमें शामिल होने की बात कबूल ली थी। गौरतलब है कि पिछले साल एक अंडरकवर पुलिस अधिकारी ने सट्टेबाज बनकर इन तीनों से मैच फिक्स करने के लिए संपर्क किया था। जांच में पुलिस को यह पता लगा कि जमशेद ने 2016 में बांग्लादेश प्रीमियर लीग में दो बार स्पॉट फिक्सिंग की कोशिश की। तब वह शरजील खान के साथ रंगपुर राइडर्स की तरफ से खेले थे। पहली बार स्पॉट फिक्स करने के लिए जमशेद जरूरी सूचना नहीं दे पाए जबकि दूसरी बार उन्हें बरिसाल बुल्स के खिलाफ मैच में प्लेइंग-11 में ही नहीं रखा गया।
इसके बाद जमशेद ने दुबई में 2018 में पाकिस्तान सुपर लीग के पेशावर जाल्मी और इस्लामाबाद यूनाइडेट के बीच हुए मैच में स्पॉट फिक्सिंग की। इसके लिए उन्होंने पेशावर जाल्मी के खिलाड़ी शरजील खान को इस्लामाबाद टीम के दूसरे ओवर में दो डॉट बॉल खेलने के लिए मनाया। इसके बाद पीसीबी ने शरजील और साथी खिलाड़ी खालिद लतीफ को पांच साल के लिए बैन कर दिया था। जमशेद ने पाकिस्तान के लिए दो टेस्ट, 48 वनडे और 18 टी-20 खेले हैं।
हर स्पॉट फिक्स करने के लिए लेते थे 39,450 डॉलर
ब्रिटेन की नेशनल क्राइम एजेंसी ने जांच ने बताया कि अनवर और इजाज ने फिक्सिंग का ऐसा सिस्टम तैयार किया था जिसमें वे हर स्पॉट फिक्स करने के लिए वे 39,450 डॉलर लेते थे। इसका आधा हिस्सा फिक्सिंग में शामिल होने वाले खिलाड़ी को मिलता था।
इस फैसले के बाद जमशेद की पत्नी समारा अफजल ने एक बयान जारी कर कहा कि इस फैसले से खिलाड़ियों को सीख मिलेगी कि अगर वे गलत रास्ता अपनाते हैं तो इसका अंजाम क्या होता है। नासिर का भविष्य अच्छा हो सकता था। अगर वह कड़ी मेहनत करता और उस खेल के लिए समर्पित रहता जिसने उसे पैसा, शोहरत सब कुछ दिया। लेकिन, उसने शॉर्टकट अपनाया और करियर, इज्जत, आजादी सब गंवा दी।
आमिर, आसिफ और बट्ट को वर्ष 2010 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाये जाने पर लंदन की अदालत ने सजा सुनाई थी। आमिर को 1 साल की सजा मिली थी, उन्हें 3 महीने जेल में बिताने पड़े। 1 साल की सजा पाने वाले आसिफ 6 महीने जेल में रहे थे। बट्ट को 30 महीने की सजा मिली थी और वे 7 महीने बाद जेल से छूटे।