काबुल: अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) का कब्जा हो गया है। सूत्रों की मानें तो सत्ता हस्तांतरण की कोशिशों के बीच राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) और उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह (Amrullah Saleh) ने देश छोड़ दिया है। वे ताजिकिस्तान के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं भारत समेत कई देश अपने-अपने नागरिकों और राजदूतों को रेस्क्यू करने में जुटे हुए हैं। दूसरी ओर राजधानी काबुल में रात 9 बजे से कर्फ्यू लागू कर दिया गया है और लोगों को घर से निकलने की मनाही है।
बिना शर्त सरकार का सरेंडर
तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा था कि, ‘हम चाहते हैं कि सरकार बिना किसी शर्त के आत्मसमर्पण कर दें’, और ऐसा ही हुआ। रविवार को राष्ट्रपति आवास पर हुई सत्ता सौंपने की प्रक्रिया के बाद अफगान में तालिबानी युग की वापसी हो गई। सूत्रों के अनुसार, अली अहमद जलाली अफगानिस्तान के अगले राष्ट्रपति हो सकते हैं। जल्द ही इसका ऐलान किया जा सकता है।
काबुल एयरपोर्ट पर लगी आग
राष्ट्रपति के देश छोड़ते ही तालिबान लड़ाके काबुल में घुस गए हैं। वहां पर नाइट कर्फ्यू का ऐलान कर दिया गया है। अमेरिका ने अपने नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर छिपने की सलाह दी है। काबुल में अमेरिकी दूतावास ने रविवार को एक सुरक्षा अलर्ट में कहा कि अफगान राजधानी में सुरक्षा की स्थिति तेजी से बदल रही है। इसमें एयरपोर्ट भी शामिल है, ऐसे में लोग सुरक्षित और सतर्क रहें।
US एयर फोर्स की मदद भी नहीं आई काम
अफगानिस्तान के तीन अधिकारियों ने बताया कि तालिबान राजधानी में कलाकन, काराबाग और पघमान जिलों में है। उसने अपने आक्रमण को तेज करते हुए देश पर कब्जा जमा लिया है और अफगान सुरक्षा बलों को अमेरिकी सेना के हवाई सहयोग के बावजूद खदेड़ दिया है। इसने कई लोगों को हैरत में डाल दिया है और उन्होंने सवाल उठाया कि अमेरिका के प्रशिक्षण और अरबों डॉलर खर्च करने के बावजूद सुरक्षा बलों की स्थिति खराब कैसे हो गई। कुछ दिनों पहले ही अमेरिकी सेना ने अनुमान जताया था कि एक महीने से कम समय में ही राजधानी पर तालिबान का कब्जा हो जाएगा।
एयर इंडिया की फ्लाइट ने भरी उड़ान
भारत ने काबुल (Kabul) से अपने सैकड़ों अधिकारियों और नागरिकों को निकालने के लिए तुरंत प्लान बनाया है। तालिबान (Taliban) के राजधानी काबुल में एंट्री करने की खबरों के बाद वहां लोगों में डर पैदा हो गया। काबुल से दिल्ली के लिए एयर इंडिया की फ्लाइट 129 यात्रियों को लेकर आ रही है। सरकार काबुल में भारतीय दूतावास के अपने कर्मचारियों और भारतीय नागरिकों की जान किसी भी कीमत पर जोखिम में नहीं डालेगी।
IAF का C-17 विमान भी तैयार
हालातों को देखते हुए एक भारतीय वायु सेना (IAF) का विमान C-17 ग्लोबमास्टर के एक बेड़े को लोगों और कर्मचारियों को निकालने के लिए तैयार रखा गया है। काबुल से मिल रही खबरों के मुताबिक, तालिबान के लड़ाकों ने शहर के बाहरी इलाकों में एंट्री कर ली है जिससे वहां रह रहे लोगों में डर और घबराहट पैदा हो गई है।