नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि यदि कोई पार्टी से जाना चाहता है तो वह जा सकता है। राहुल गांधी ने यह टिप्पणी उस समय की है, जब एक दिन पहले राजस्थान संकट पर पार्टी ने सचिन पायलट और उनके करीबी मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की थी। पार्टी में किसी भी पद पर न रहते हुए भी राहुल गांधी द्वारा दिए गए इस बयान से एक बार फिर यह साफ हो गया है कि कांग्रेस के नेता भले ही कुछ भी दावा करें पर पार्टी में “परिवार” की ही चलेगी।

राहुल गांधी ने बुधवार को कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई की बैठक में कहा, “अगर कोई पार्टी छोड़ना चाहता है तो वह छोड़ दे। इससे आप जैसे युवा नेताओं के लिए दरवाजे खुलते हैं।” हालांकि, अपनी इस टिप्पणी में राहुल ने सचिन पायलट समेत किसी नेता का नाम नहीं लिया।

गौरतलब है कि राजस्थान की राजनीति में मंगलवार दोपहर उस समय सचिन पायलट को करारा झटका लगा था, जब कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक में न आने के बाद उन्हें उप मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया था। सचिन के साथ-साथ उनके करीबी दो मंत्रियों को भी मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया गया था। पायलट को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं, कि वे भाजपा का दामन थाम सकते हैं। हालांकि, पायलट ने बुधवार सुबह ऐसी सभी अटकलों को सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि वह भाजपा में नहीं जाएंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर कई आरोप भी लगाए हैं। इन सभी के बीच कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि यदि सचिन पायलट माफी मांग लेते हैं तो उनके लिए पार्टी के दरवाजे बंद नहीं हुए हैं। वह वापस आ सकते हैं। 

कांग्रेस ने संकेतों में कहा- घर लौट आयें पायलट

कांग्रेस ने बागी हुए सचिन पायलट को स्पष्ट संकेत देते हुए कहा कि अगर वह भाजपा में नहीं जाना चाहते तो हरियाणा में भाजपा सरकार का आतिथ्य त्याग दें और वापस अपने घर जयपुर लौट आएं। इसके साथ ही कांग्रेस की ओर से पायलट को याद दिलाया गया है कि नेता के रूप में उन्हें जितना प्रोत्साहन पार्टी ने दिया वैसा कांग्रेस या भाजपा में शायद ही किसी नेता को मिला हो।

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बार फिर सचिन पायलट पर निशाना साधा। सुरजेवाला ने कहा, “हमने सचिन पायलट का बयान देखा है कि वह भाजपा में शामिल नहीं होंगे। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि यदि आप ऐसा चाहते हैं तो तुरंत भाजपा के हरियाणा सरकार के सुरक्षा कवर से बाहर आएं और उनके साथ बातचीत करना बंद करें और जयपुर में अपने घर वापस जाएं।”

गौरतलब है कि राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार से बगावत कर पायलट तथा कुछ विधायक हरियाणा में मानेसर के दो होटलों में रुके हैं।

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