नई दिल्ली। टाटा मोटर्स ने कॉम्पैक्ट सेडान काईट-5 से पर्दा हटा दिया है। इसे ऑटो एक्सपो-2016 में डिस्प्ले किया गया था। यह टाटा जीका के प्लेटफार्म पर तैयार की गई है। कार इस साल के अंत तक लॉन्च होनी है। टाटा की जेस्ट पहले से मौजूद है और काईट-5 को जेस्ट के नीचे पोजिशन किया जाएगा। यह भारत की पहली कॉम्पैक्ट सेडान इंडिगो ईसीएस की जगह लेगी। इसके साथ ही टाटा पहली कंपनी होगी जिसके पोर्टफोलियो में दो कॉम्पैक्ट सेडान देखने को मिलेंगी।
इंजन। बात करें पावर स्पेसिफिकेशन की तो टाटा ज़ीका की तरह काईट-5 में नए डीजल और पेट्रोल इंजन मिलेंगे। डीजल वेरिएंट में 1.05लीटर का 3-सिलेंडर रेवोटॉर्क इंजन होगा। ये इंजन 70पीएस की पावर 4000आरपीएम पर और 140एनएम का टॉर्क 1800-3000आरपीएम पर देगा। पेट्रोल वेरिएंट में 1.2लीटर का रेवोट्रोन इंजन मिलेगा। जो 85पीएस की पावर 6000आरपीएम पर और 114एनएम का टॉर्क 3500आरपीएम पर देगा। दोनों इंजन के साथ 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स स्टैंडर्ड मिलेगा। संभावना है कि इसमें ऑटोमैटिक गियरबॉक्स भी आ सकता है।
फीचर्स और सेफ्टी। काईट-5 के केबिन की बात करें तो यह जीका हैचबैक से काफी मिलता-जुलता है। इसमें काफी सारे फीचर टाटा ज़ीका से लिए गए हैं। सेफ्टी फीचर्स की बात करें तो काईट-5 में ड्यूल फ्रंट एयरबैग, एबीएस और ईबीएस के साथ सीएससी (कॉर्नर स्टेबिलिटी कंट्रोल) दिया जाएगा। मनोरंजन के लिए इसमें आठ स्पीकर वाला हारमन का टचस्क्रीन इंफोटेमेंट सिस्टम दिया गया है। संभावना है कि इसमें जीका की तरह ही जूक ऐप कनेक्टिविटी भी दी जा सकती है।
डिजाइन। काईट-5 का डिजाइन काफी प्रभावित करने वाला है। यह बाजार में मौजूद बाकी कॉम्पैक्ट कारों से काफी अलग नजर आती है। इसकी छत के डिजाइन को कूपे मॉडल की कारों की तरह दिया गया है। इससे कार का बूट स्पेस ऐसे कवर हो गया है कि लगता ही नहीं कार में बूट अलग से दिया गया है। पीछे की विंड स्क्रीन के ऊपर छोटा स्पॉइलर लगा हुआ है। इस पर एलईडी ब्रेक लैंप्स दिए गए हैं। फ्रंट में ध्यान दें तो यहां अग्रेसिव प्रोजेक्टर हैडलैंप्स दिया गया है। जबकि ग्रिल को जीका की तरह ग्लॉसी ब्लैक फिनिशिंग दी गई है।
यूं तो ऑटो एक्सपो-2016 में कई नई कारों से पर्दा हटा। इनमें कुछ कॉन्सेप्ट मॉडल थे तो कुछ कारें ऐसी भी थीं जो सिर्फ अंतरराष्ट्रीय बाजार में ही उपलब्ध हैं। यहां हम लाए हैं उन कारों की जानकारी जो एक्सपो के पवेलियन से निकलकर आने वाले कुछ दिनों, हफ्तों या फिर महीनों में भारत की सड़कों पर दौड़ती हुई दिखाई देंगी।