कराची। पाकिस्तान के अशांत क्वेटा शहर में एक पुलिस प्रशिक्षण अकादमी पर बीती रात को हुए आतंकवादी हमले में 60 से अधिक कैडेट के तथा तीन आतंकवादियों की मौत हो गई और 118 अन्य घायल हो गए। यह पाकिस्तान में इस वर्ष हुए सर्वाधिक भीषण हमलों में से एक हमला है।
आतंकवादियों ने बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी में सरयाब रोड पर स्थित पुलिस प्रशिक्षण अकादमी पर बीती रात करीब 11 बजकर 10 मिनट पर हमला किया जिसके बाद पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने अभियान चलाकर अकादमी से सैकड़ों कैडेट को बचाया। एक सुरक्षा सूत्र ने कहा, ‘हमले में 60 से अधिक पुलिस कैडेट की मौत हो गई और करीब 115 लोग घायल हो गए।’’ बलूचिस्तान प्रांत के गृह मंत्री सरफराज बुगती ने ट्वीट किया कि 118 लोग हमले में घायल हो गए।
इससे पहले बुगती ने संवाददाताओं को बताया था कि तीन आतंकवादियों ने हमला किया था जबकि इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने इससे पहले, हमले में ‘पांच से छह आतंकवादियों’ के शामिल होने की आशंका जताई थी। बुगती ने बताया कि हमले के समय कॉलेज के छात्रावास में करीब 700 पुलिस कैडेट एवं रंगरूट थे।
फ्रंटियर कोर के महानिरीक्षक मेजर जनरल शेर अफगान ने बताया कि घिर जाने के बाद दो आतंकवादियों ने खुद को विस्फोटक से उड़ा लिया जबकि एक आतंकवादी सुरक्षा बलों के साथ गोलीबारी में मारा गया। तीनों आतंकवादियों ने आत्मघाती जैकेट पहनी हुई थी। अफगान के अनुसार, समझा जाता है कि तीनों आतंकवादी पाकिस्तानी तालिबान के साथ संबद्ध आतंकवादी संगठन लश्कर ए झांगवी के अल अलीमी धड़े से थे। शेर अफगान ने बताया कि आतंकवादी अफगानिस्तान में अपने आकाओं के संपर्क में थे और उनसे निर्देश ले रहे थे।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों ने चार घंटों में कॉलेज को खाली कराया। इस बीच पुलिस ने कहा कि परिसर को खाली करा लिया गया है लेकिन तलाशी अभियान अब भी जारी है। स्थानीय मीडिया में दिखाए जा रहे फुटेज में कुछ सुरक्षा वाहनों को कॉलेज से निकलते देखा जा रहा है। बुगती ने बताया कि घायलों में ज्यादातर पुलिस कैडेट एवं सुरक्षा कर्मी शामिल हैं। उन्हें क्वेटा में सैन्य अस्पताल, सिविल अस्पताल और बोलान मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने कहा कि कुछ घायलों की हालत गंभीर है। आतंकवादियों ने बलूचिस्तान में सुरक्षा बलों एवं राष्ट्रीय प्रतिष्ठानों पर कई हमले किए हैं। बलूचिस्तान में पिछले एक दशक से भी अधिक समय से आतंकवाद एवं बढ़ती गुटीय हिंसा की कई घटनाएं हुई हैं। इस हमले से एक दिन पहले मोटरसाइकिल पर सवार बलूच लिबरेशन आर्मी के अलगाववादी बंदूकधारियों ने इसी प्रांत के ग्वादर बंदरगाह के निकट जिवानी तटीय शहर में दो तटरक्षकों एवं एक नागरिक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। क्वेटा के सिविल अस्पताल में अगस्त में एक आत्मघाती बम हमले में 73 लोग मारे गए थे जिनमें अधिकतर वकील थे। इस हमले की जिम्मेदारी तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान से अलग हुए एक समूह और आईएस ने ली थी।