लखनऊ। रायबरेली ट्रक हादसे में घायल उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। पीड़िता के वकील भी गंभीर हैं उन्हें भी मल्टीपल फ्रैक्चर हुआ है। वहीं पीड़िता के सिर में गंभीर चोटों की संभावना है। वहीं ट्रॉमा सेंटर में पीड़िता से मिलने के लिए दिन भर राजनेताओं और विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोग आते रहे। वहीं सोमवार शाम को प्रदेश सरकार की राज्य मंत्री स्वाति सिंह भी पीड़िता का हाल लेने ट्रॉमा सेंटर पहुंची।
रायबरेली में रविवार को हुई दुघर्टना में बहुचर्चित उन्नाव दुष्कर्म कांड की पीड़िता, उसकी चाची और वकील रायबरेली जेल में बंद चाचा से मिलने जा रहे थे। हादसे में पीड़िता की चाची की मौत हो गई थी। वहीं वकील और पीड़िता की हालत नाजुक बनी हुई है। दिन भर जहां ट्रॉमा सेंटर में विपक्ष से कई पार्टियां पीड़िता से मिलने आई़। सीएम के आदेश पर मंत्री स्वाति सिंह, सूचना सलाहकार मृत्युंजय कुमार और मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने ट्रामा सेंटर में पीड़िता के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने पीड़िता परिवार की हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। दुष्कर्म पीड़िता और वकील वेंटिलेटर पर भर्ती हैं।
यह है हालत
केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती दुष्कर्म पीड़िता व उसके वकील की हालत गंभीर है। उन्हें सांस लेने में भी तकलीफ हो रही है। ऐसे में दोनों को वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया है। ट्रॉमा सेंटर में रविवार को शाम साढ़े चार बजे दुष्कर्म पीड़िता और वकील को भर्ती कराया गया था। दोनों के शरीर में कई जगह फ्रैक्चर है। ऐसे में उनके शरीर से काफी खून बह गया है। पीड़िता और उसका वकील जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। डॉक्टरों ने हालत चिंताजनक बताई है। दोनों को अब तक करीब सात यूनिट रक्त चढ़ाया जा चुका है। इनका इलाज ट्रॉमा वेंटिलेटर यूनिट में चिकित्सकों की टीम कर रही है। दोनों का सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड समेत तमाम जांचें कराई गईं।
शरीर में कहां है फ्रैक्चर
ट्रॉमा सेंटर प्रभारी डॉ. संदीप तिवारी के मुताबिक, पीड़िता को हेड इंजरी है। इसके अलावा चेस्ट इंजरी भी है। उसकी जांघ की हड्डी में भी फ्रैक्चर है। अत्यधिक रक्तस्राव व सिर में चोट से वह शॉक में चली गई। वहीं वकील के एक पैर में दो जगह से हड्डी टूटी है। दूसरे पैर में एक जगह फ्रैक्चर है। इसके अलावा सिर में भी चोट है।
ट्रॉमा सेंटर में दिनभर रही अफरा-तफरी
ट्रॉमा सेंटर में दिनभर जनप्रतिनिधियों का तांता लगा रहा। ऐसे में अफरा-तफरी का माहौल रहा। इसका खामियाजा अन्य मरीजों को भी उठाना पड़ा। दोपहर सवा एक बजे के करीब पूर्व मंत्री रविदास मेहरोत्रा ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। वेंटिलेटर यूनिट में प्रवेश को लेकर कर्मियों के आनाकानी पर पूर्व मंत्री भड़क गए। उन्होंने पीड़िता से न मिलने देने का आरोप लगाया। इसके बाद उनकी पुलिस से भी कहासुनी हो गई। वहीं कई पार्टियों के नेताओं के अलावा समाजिक संगठन भी जुट गए। पूरे दिन ट्रॉमा सेंटर में भीड़भाड़ रही