नई दिल्ली। देश के दो प्रमुख राजनीतिक दलों कांग्रेस और भाजपा में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की विरासत पर कब्जा करने के लिए विचारधारा की लड़ाई शुरू हो गई है। कांग्रेस ने घोषणा की है कि वह 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन पूरे देश में कार्यक्रम आयोजित करेगी, तमाम राज्यों में पैदल मार्च होगा और गांधी जी की नीतियों का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। यानी पूरी कांग्रेस पार्टी 2 अक्टूबर को सड़क पर होगी।
अब तक तय कार्यक्रम के अनुसार दिल्ली में खुद कार्यकारी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उत्तर प्रदेश में महासिचव प्रियंका गांधी वाड्रा पैदल मार्च का नेतृत्व करेंगी जबकि राहुल गांधी महाराष्ट्र के वर्धा आश्रम से गांधी जी के संदेश को लेकर पैदल मार्च का नेतृत्व करेंगे। कांग्रेस का यह देशव्यापी आयोजन केंद्र की भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ होगा। नरेंद्र मोदी सरकार ने भी हर साल की तरह इस बार भी 2 अक्टूबर को गांधी जयंती को पूरे धूमधाम से मनाने का ऐलान किया है। गांधीजी के सफाई अभियान से प्रेरित होकर कुछ दिनों पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ अभियान छेड़ा था और इसे 2 अक्टूबर को और आगे बढ़ाया जाएगा। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी के सभी प्रदेश अध्यक्षों, सांसदों और पार्टी पदाधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की है और 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन गांधी जी की विचारधारा तथा उनके सत्य, अहिंसा और शांति के संदेश को लोगों तक पहुंचाने को कहा है। भाजपा नेताओं का कहना है कि मौजूदा दौर में बापू के सिद्धांतों को कांग्रेस नहीं बल्कि उनकी पार्टी आगे बढ़ा रही है।