लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर कहा है कि बीते दिनों में परिवार में हुआ झगड़ा सपा-कांग्रेस गठबंधन की वजह बना। पार्टी और परिवार के अंदर हुए इस झगड़े के चलते कांग्रेस के साथ गठबंधन करने का फैसला किया। उन्होंने यह भी कहा कि सपा-कांग्रेस गठबंधन से एक संदेश जाएगा कि प्रदेश में इस सरकार की वापसी संभव है।
एक अंग्रेजी अखबार के साथ बातचीत में अखिलेश ने कहा कि समय और परिस्थितियों ऐसी थी कि गठबंधन जरूरी था। हालांकि कांग्रेस कमजोर थी लेकिन अब समाजवादियों से ये दोस्ती भी सही है। इसके अच्छे परिणाम सामने आएंगे। यदि परिवार में झगड़ा सामने नहीं आता तो शायद गठबंधन पर फैसला नहीं हुआ होता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन का फैसला अच्छा है और राहुल गांधी के साथ व्यक्तिगत समझदारी भी अच्छी है। हम एक उम्र के हैं और एक जैसे सोचते हैं। हम चाहते हैं कि देश और राज्य का विकास हो। हम एकसाथ हैं और अच्छी समझ रखते हैं।
Jahan SP-Congress ka gathbandhan hua, kahin na kahin logon ke andar jo confusion tha, door ho gya: Akhilesh Yadav in Shravasti. #uppolls pic.twitter.com/P92Z3CGjhn
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 22, 2017
अखिलेश ने कहा कि पहले सपा और कांग्रेस के बीच खटास रही हैं, लेकिन आज समय बदल गया है। हमें देश की धर्मनिरपेक्षता को बचाने के लिए साथ खड़ा होना है। पीएम मोदी-अमित शाह जिस भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं उससे देश को खतरा है। कांग्रेस के साथ गठबंधन के फैसले में देरी से जुड़े सवाल पर अखिलेश ने कहा कि हमें कई फैसले अंतिम समय में लेने पड़ते हैं। अखिलेश ने कहा कि शुरुआत में हमारे परिवार में कुछ समस्याएं थी और इसमें काफी वक्त बेकार हो गया। जिस वजह से गठबंधन के फैसले में देरी हुई।
उधर, शिवपाल यादव ने आज सपा-कांग्रेस गठबंधन पर निशाना साधा और कहा कि वे कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि इस गठबंधन में मेरी कोई भूमिका नहीं है।
Don't want to go where Cong candidates are contesting,if Netaji wants I'll go; will campaign for SP havent thought further: Shivpal Yadav pic.twitter.com/2kMC6LeAlw
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 22, 2017