ट्रंप का यह बयान सामने आने के बाद दुनियाभर में उनकी आलोचना हो रही है। हालत यह हो गई कि अमेरिकी स्वास्थ्य विशेषज्ञों को आगे आकर लोगों से अपील करनी पड़ी वे राष्ट्रपित की इस सलाह पर अमल न करें, ऐसा करना खतरनाक हो सकता है।
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने बयानों के चलते अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। फिलहाल वह कोरोना वायरस के इलाज के लिए एक अजीबोगरीब बयान देकर सुर्खियों में हैं। उन्होंने सलाह दी है कि इस पर अध्ययन किया जाना चाहिए कि क्या रोगाणुनाशकों (Sanitizer) को शरीर में इंजेक्ट करने से कोरोना वायरस का इलाज हो सकता है। ट्रंप यहीं पर नहीं रुके, उन्होंने यह भी प्रस्ताव दिया कि क्या मरीजों के शरीर में अल्ट्रावॉयलेट लाइट इरेडिएट करके इस जानलेवा वायरस को खत्म किया जा सकता है। ट्रंप का यह बयान सामने आने के बाद दुनियाभर में उनकी आलोचना हो रही है। हालत यह हो गई कि अमेरिकी स्वास्थ्य विशेषज्ञों को आगे आकर लोगों से अपील करनी पड़ी वे राष्ट्रपित की इस सलाह पर अमल न करें, ऐसा करना खतरनाक हो सकता है।
दरअसल, होमलैंड सिक्योरिटी फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी के अवर सचिव बिल ब्रायन ने अपने विभाग के एक स्टडी का नतीजा पेश करते हुए कहा कि सूर्य के प्रकाश और आर्द्रता के चलते कोरोनो वायरस तेजी से खत्म होने लगता है। उन्होंने यह भी कहा कि आइसो प्रोपिल एल्कोहल कोरोना वायरस को 30 सेकेंड में खत्म कर देती है। इस दौरान राष्ट्रपति ट्रंप भी मौजूद थे।
बिल ब्रायन की टिप्पणी से ट्रंप हैरत में पड़ गए और उन्होंने कहा कि तब तो वायरस के खात्मे के लिए संक्रमित व्यक्ति में रोगाणुनाशकों को इंजेक्ट किया जा सकता है। ट्रंप ने आगे कहा, “केमिकल्स को इंजेक्ट करने से तो वायरस एक मिनट में ही खत्म हो सकता है। इस बारे में जांच करनी काफी रोचक रहेगी। मान लीजिए शरीर पर कोई अल्ट्रावॉयलेट या बहुत शक्तिशाली किरण डालते हैं तो आपने कहा है कि इसकी अभी जांच नहीं हुई है लेकिन मैं कहता हूं कि आप इसका टेस्ट करने जा रहे हैं।”
ट्रंप के इस बयान की तीखी आलोचना हो रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने आम लोगों से इस सलाह को नहीं मानने के लिए कहा है। विशेषज्ञों ने कहा कि ऐसे “खतरनाक” सुझाव पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। विशेषज्ञों का कहना है रोगाणुनाशकों बेहद जहरीला पदार्थ होता है। आइसोप्रोपिल अल्कोहल का इस्तेमाल डिसइंफेक्टेंट्स, सेनेटाइजर जैसे केमिकलों में होता है। न्यूयॉर्क-प्रेस्बिटेरियन एवं कोलंबिया यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर में आपातकालीन चिकित्सा में ग्लोबल हेल्थ निदेशक क्रेग स्पेंसर ने कहा, “मेरी चिंता यह है कि लोग ऐसी सलाह से मर जाएंगे। लोग सोचेंगे कि यह एक अच्छा विचार है… लेकिन यह उनके लिए खतरनाक होगा।” अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन के आयुक्त डॉ. स्टीफन हैन ने कोरोनो वायरस को मारने के लिए किसी भी कीटाणुनाशक इस तरह के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी भी जारी की। डॉ. हैन व्हाइट हाउस कोरोनावायरस टास्क फोर्स के सदस्य भी हैं।