गोंडा। राज्य सरकार के तमाम दावों और प्रयासों के बावजूद उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। हाथरस, बलरामपुर के बाद अब गोंडा में दिल दहला देने वाले मामला सामने आया है। यहां सोमवार रात सोते समय तीन दलित बहनों पर तेजाब फेंका गया जिससे तीनों झुलस गईं। इनमें से एक की हालत गंभीर है। तेजाब फेंकने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है।
यह मामला परसपुर क्षेत्र के पसका गांव का है, जहां गुरई प्रसाद की तीन बेटियों खुशबू (19), कोमल (7) और आंचल (8) पर उस समय तेजाब फेंका गया जब वे घर की दूसरी मंजिल पर सो रही थीं। करीब ढाई बजे हुई इस घटना के बाद दर्द से कराहती बड़ी बेटी खुशबू नीचे उतरी और पिता से लिपट गई। इसके बाद बाकी दोनों बहनें भी चीखते-चिल्लाते हुए नीचे उतरीं। खुशबू का चेहरा जबकि अन्य दोनों के हाथ झुलस गए हैं। परिवारीजन तीनों को गोंडा जिला अस्पताल ले गए जहां खुशबू की हालत नाजुक बताई जा रही है।
पसका चौकी इंचार्ज उमेश वर्मा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। हाल के दिनों में कहां-कहां तेजाब की खरीद-फरोख्त हुई है, इसकी भी पड़ताल हो रही है।