नयी दिल्ली : संयुक्त राष्ट्र, 20 नवम्बर । अंतरराष्ट्रीय अदालत की अंतिम सीट के लिए चुनाव में ब्रिटेन के उम्मीदवार के खिलाफ भारतीय प्रत्याशी दलवीर भंडारी की जीत की संभावना से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थाई सदस्य ‘सकते’ में है, क्योंकि यह एक मिसाल तय करेगा जो भविष्य में उनकी शक्ति को चुनौती दे सकता है। पर्यवेक्षकों का ऐसा आकलन है।
सूत्रों ने बताया कि भंडारी और ब्रिटेन के क्रिस्टोफर ग्रीनवुड के बीच हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय अदालत (आईसीजे) में पुन: चुनाव के लिए कड़ा मुकाबला है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य — अमेरिका, रूस, फ्रांस और चीन– ग्रीनवुड के पक्ष में खड़े दिखाई पड़ते हैं। सुरक्षा परिषद का पांचवां स्थायी सदस्य ब्रिटेन है।
अब तक 11 दौर के चुनाव में भंडारी को महासभा के करीब दो तिहाई सदस्यों का समर्थन मिला है, लेकिन सुरक्षा परिषद में वह ग्रीनवुड के मुकाबले तीन मतों से पीछे हैं।
12वें दौर का चुनाव आज होना है।
विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि ब्रिटेन ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों के साथ अनौपचारिक परामर्श में संयुक्त सम्मेलन प्रणाली के विचार पर विमर्श किया क्योंकि उसे लगता है कि यह बचकर निकलने की उनकी रणनीति हो सकती है।
अनौपचारिक परामर्श के दौरान सुरक्षा परिषद के सदस्यों के साथ साझा किए गए विचार में, ब्रिटेन पहले दौर के बाद आईसीजे का मतदान रूकवा सकता है, क्योंकि उसे डर है कि कहीं भारत ने दो तिहाई मत हासिल कर लिए तो सुरक्षा परिषद के लिए भारत के प्रत्याशी को आईसीजे में निर्वाचित होने से रोकना बहुत मुश्किल होगा।