यूनिक लिवर transplant- मृत व्यक्ति के लीवर ने बचाई दो जिंदगियां

transplantनई दिल्ली।  अपोलो अस्पताल में एक अनोखे तरह का ‘लिवर ट्रांस्पलेंट’ हुआ है। यहां डॉक्टरों ने ऑपरेशन के जरिए एक मृत  इंसान के लिवर को दो मरीज़ों में आधा-आधा लगाकर उन्हें नई जिंदगी दी है। यह इस तरह का पहला लिवर ट्रांस्पलेंट ऑपरेशन है जिसमें एक इंसान के लिवर को दो मरीजों में लगाया गया है। लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉक्टर सुभाष गुप्ता का कहना है कि 35 साल के सरीन और 41 साल की ललिता को  लीवर लगाकर नई जिंदगी दी गई है।

सर्जन डॉक्टर सुभाष गुप्ता का कहना है,”3 जून को दुबई से आए एक मरीज़ को दिल्ली के अपोलो अस्पताल लाया गया, लेकिन अस्पताल पहुंचने तक उसकी मौत हो चुकी थी। मृतक के परिजनों ने जैसे ही अंगदान की इच्छा ज़ाहिर की डॉक्टरों ने वक्त नहीं गंवाया। दो साल से लिवर का इंतज़ार कर रहे दो मरीजों को उसी दिन बुलाकर अस्पताल में भर्ती किया गया और उसी दिन लिवर निकालकर उसके दो हिस्से कर दोनों मरीजों में लगाए गए।”

देश में अंगदान बेहद कम:-

डॉक्टर गुप्ता का कहना है कि  देश में अंगदान बेहद कम होने की वजह से लाखों मरीज़ बिना ट्रांसप्लांट के मर जाते हैं। देश में 2 लाख मरीज़ों को लिवर ट्रांसप्लांट की ज़रुरत है जबकि सिर्फ 1500 मरीज़ों को ही लिवर नसीब हो पाता है। हालांकि, लिवर शरीर का इकलौता ऐसा हिस्सा है जो आधा लगाने का बाद भी पूरे साइज़ तक बढ़ जाता है।  ज़िंदा इंसान से भी लिवर लिया जा सकता है लेकिन मौत के बाद निकाला गया एक लिवर ही दो इंसानों को लगाया जा सकता है। इसके अलावा, मृतक व्यक्ति से मिले 7 अगों को एक ही दिन 7 मरीज़ो में लगाकर उन्हें जीवन दान दिया गया है।

एजेन्सी