लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने लॉकडाउन के पांचवें चरण यानि अनलॉक-1.0 में ग्रामीण और शहरी निराश्रितों के लिए सरकारी खजाना खोल दिया है। अब इनको राशन के साथ ही आर्थिक मदद भी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने सोमवार को टीम-11 के साथ समीक्षा बैठक के दौरान युद्धस्तर पर निराश्रितों को पर्याप्त राशन देने और तत्काल उनके राशन कार्ड बनाने के आदेश दिए। ऐसे लोगों को ग्रामीण इलाकों में ग्राम प्रधान निधि से 1000 रुपये भी दिए जाएंगे। छोटी ग्राम पंचायतों की निधि में रुपये न होने पर भी निराश्रितों की मदद नहीं रोकने के आदेश हैं। ऐसी परिस्थिति में संबंधित जिलाधिकारी तत्काल रुपये उपलब्ध कराएंगे और उसे बाद में सीएम रिलीफ फंड से प्राप्त करेंगे।
शहरों में निराश्रितों के देखभाल के साथ उनकी हर मदद की जिम्मेदारी नगर निकाय की होगी। निराश्रितों को तत्काल राशन और 1000 रुपये की मदद के साथ ही कहीं पर भी निराश्रित की मृत्यु हो जाने पर अंतिम संस्कार के लिए 5000 रुपये की व्यवस्था भी की गई है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि बिना राशन कार्ड वाले निराश्रितों को चिह्नित कर उन्हें तत्काल 1000 रुपये और पर्याप्त राशन उपलब्ध कराया जाए। उनके निर्देश पर आज 1 एक जून से प्रदेश में एक बार फिर 18 करोड़ लोगों के लिए नि:शुल्क खाद्यान्न वितरण शुरू किया गया है। प्रदेश में कोई व्यक्ति निराश्रित आयुष्मान भारत योजना या मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में रजिस्टर्ड नहीं है और उसके पास आयुष्मान कार्ड नहीं है तो उसके बीमार पड़ते ही ग्राम प्रधान निधि या नगर निकाय निधि से तत्काल 2000 रुपये की राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
जून के राशन का पहला वितरण चक्र शुरू
प्रदेश मे लॉकडॉउन के तीसरे माह जून के राशन का प्रथम वितरण चक्र शुरू हो गया है जो 11 जून तक चलेगा। नियमित वितरण में कार्डधारकों को एक किलो चना निःशुल्क मिलेगा। प्रवासी श्रमिकों को अस्थाई राशन कार्ड पर नि:शुल्क राशन वितरित होगा। राशन वितरण सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक चलेगा। बीते दो माह की तरह मनरेगा मजदूर, श्रम विभाग और नगर निकाय में पंजीकृत श्रमिकों और अंत्योदय राशनकार्ड धारकों को नि:शुल्क राशन और एक किलो चना मिलेगा। दूसरे वितरण चक्र में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत नि:शुल्क चावल और चना का वितरण 15 जून से किया जाएगा। दूसरे शहरों से लौटे या यहां फंसे प्रवासी मजदूरों परिवारों को भी निःशुल्क राशन मिलेगा। आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत चिह्नित परिवारों को जारी अस्थाई राशन कार्ड पर तीन किलो गेहूं, दो किलो चावल और एक किलो चना नि:शुल्क दिया जाएगा।