न्‍यूयॉर्क। पाकिस्तान अपने षड्यंत्रों और नापाक इरादों के कारण एक बार फिर अंतरराष्‍ट्रीय जगत में चर्चा में है। अतंरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए संयुक्‍त राष्‍ट्र (UN) ने गुरुवार को पाकिस्‍तान स्थित आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के नेता मुफ्ती नूर वली महसूद को वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित किया है। संयुक्‍त राष्‍ट्र की इस कार्रवाई से भारत के इस दावे को पुष्टि हुई है कि पाकिस्‍तान अभी भी आतंकवादियों की शरणस्‍थली बना हुआ है। इस कार्रवाई से एक बार फ‍र पाकिस्‍तान की अंतरराष्‍ट्रीय जगत में किरकिरी हुई है। अपनी आतंकवादी घटनाओं को लेकर वह फिर दुनिया के सामने बेनकाब हुआ है। अमेरिकी ट्रंप प्रशासन ने संयुक्‍त राष्‍ट्र के इस कदम का स्‍वागत किया है।

खूंखार आतंकवादी मुफ्ती नूर वली महसूद आतंकवादी संगठन अल-कायदा का समर्थक होने के साथ ही अलकायदा के सहयोगी के रूप में पाकिस्‍तान में सक्रिय है। वह आतंकवादी संगठनों के संयोजन, वित्‍तपोषण और उसकी आतंकी गतिविधियों की योजना में शामिल रहा है। 

संयुक्त राष्ट्र की ताजा कर्रवाई पाकिस्तान के लिए एक और झटका है जिसे विश्व समुदाय द्वारा बार-बार आतंकवादी समूहों का समर्थन करने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है। पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) जैसे आतंकवादी समूहों के प्रति अपनी निकटता और सहयोग के लिए एफएटीएफ की रडार पर है। संयुक्त राष्ट्र ने पिछले साल ही जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित किया था। 

टीटीपी कई आत्मघाती विस्फोटों को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार है। उस पर सैकड़ों बेगुनाह लोगों की हत्‍या का आरोप है। टीटीपी के नेता नूर वली, जिसे मुफ्ती नूर वली महसूद के नाम से भी जाना जाता है, को जून 2018 में मुल्ला फजलुल्लाह की मौत के बाद टीटीपी का नेता नामित किया गया था। अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार नूर वली के नेतृत्व में टीटीपी ने पाकिस्तान में हुए कई घातक आतंकवादी हमलों की जिम्मेदारी ली है।

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