लखनऊ। देश में कोरोना वायरस संकमण की दूसरी लहर ने महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश के बाद उत्तर प्रदेश में भी कोहराम मचा दिया है। 24 घंटों के अंदर 20 हजार से ज्यादा नए केस मिलने के बाद राज्य सरकार ने सख्ती बढ़ा दी है। जिन जिलों में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं, वहां पर नाइट कर्फ्यू लागू है। अब योगी सरकार ने नाइट कर्फ्यू को लेकर बड़ा ऐलान किया है। लखनऊ, बरेली समेत जिन जिलों में कोरोना वायरस के 2000 से ज्यादा एक्टिव केस हैं, उनमें नाइट कर्फ्यू रात को 8 बजे से सुबह 7 बजे तक लागू होगा।

कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए गठित की गई टीम-11 के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। इस दौरान उन्होंने स्थिति की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने आदेश दिया कि जिन जिलों में 2000 से ज्यादा कोरोना मरीज हैं, वहां पर नाइट कर्फ्यू का समय बढ़ाया जाए। इसके बाद अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, गोरखपुर, झांसी और बलिया के जिला प्रशासन और पुलिस तथा संबंधित मंडलायुक्तों, अपर पुलिस महानिदेशकों, पुलिस महानिरीक्षकों और पुलिस उपमहानिरीक्षकों को 2,000 से अधिक एक्टिव केस वाले सभी 10 जनपदों में नाइट कर्फ्यू अब रात को 8 बजे से सुबह 7 बजे तक लागू करने का पत्र जारी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए। इसके साथ ही जिलाधिकारियों को अधिकृत किया गया कि जिले में कोरोना संक्रमण के 500 से ज़्यादा केस होने पर वह अपने जिले में रात 9 बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगा सकता है.

केजीएमयू और बलरामपुर में सिर्फ कोरोना मरीजों का इलाज

लखनऊ में मरीजों की संख्या इतनी हो गई है कि अस्पतालों में बेड फुल हो गए हैं। आसपास इलाकों से रेफर होकर आने वाले मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि लखनऊ में अन्य जनपदों के मरीजों का आगमन को देखते हुए अतिरिक्त व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि केजीएमयू और बलरामपुर हॉस्पिटल को पूरी तरह से कोविड डेडिकेटेड हॉस्पिटल के रूप में तैयार किया जाए।

error: Content is protected !!