बागपत, 11 अप्रैल। महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए जिले के एक गांव की पंचायत ने लड़कियों के जींस तथा अन्य तंग कपड़े पहनने को सामाजिक बुराइयों की बड़ी वजह करार देते हुए ऐसे वस्त्र पहनने पर पाबंदी लगा दी है। इसके अलावा पंचायत ने दहेज लेने और कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ भी लोगों को आगाह किया है। पचायत ने ऐलान किया है कि इसका पालन नहीं करने वालों का उनके परिवार समेत बहिष्कार किया जाएगा।
जिले के बावली गांव की पंचायत में लिये गये निर्णय की जानकारी देते हुए गांव के प्रधानपति ओमवीर ने सोमवार को यहां बताया कि कल गांव में अयोजित पंचायत में सामाजिक व्यवस्था को सुधारने के लिए अहम मुद्दों पर गंभीरता से चिंतन करने के बाद पंचायत ने सबसे पहले लड़कियों के जींस और तंग कपड़े पहनने पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया।
उन्होंने बताया कि पंचों ने कहा है कि लड़कियों का पहनावा दिन-ब-दिन बिगड़ता जा रहा है जो समाज और खुद लड़कियों के हित में नहीं है, इसलिए अब गांव की किसी लड़की ने जींस या टाइट कपड़े पहने तो उसका विरोध किया जायेगा। इसके बाद भी लड़की नहीं मानी तो उसका और उसके परिवार का सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा।
ओमवीर ने कहा कि कोई भी पहनावा वहां के माहौल के हिसाब से पहना जाना चाहिये। पश्चिमी देशों में जींस और तंग कपड़े पहनने का पुराना रिवाज है, इसलिये वे उसके अ5यस्त हैं। उससे उनके समाज में आमतौर पर खराबी नहीं फैलती लेकिन हमारे समाज में हमेशा से लड़कियों का शरीर छुपाने की चीज रही है। भारतीय परिवेश में लड़कियों के तंग कपड़े पहनने से शर्म-हया की परम्परा को चोट पहुंचती है, लिहाजा पंचायत ने यह फैसला किया है।
उन्होंने बताया कि पंचायत में समाज में बढ़ती दहेज कुरीति पर चिन्ता जताते हुए दहेज लेने और देने वालों का भी बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा शादी में डीजे बनाने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। पंचायत ने भ्रूण हत्याओं पर भी रोक लगाने का फरमान भी सुनाया। साथ ही तेरहवीं संस्कार में भोजन ना करने की हिदायत भी दी।