वाशिंगटन। भारत और चीन के बीच मौजूदा तनाव के बीच भारत का समर्थन करते रहे अमेरिका ने पहली बार इशारों-इशारों में ही सही पर यह स्पष्ट किया कि अमेरिकी सेना भारत और चीन के बीच या कहीं और भी संघर्ष के संबंध में उसके साथ “मजबूती” से खड़ी रहेगी। अमेरिकी नौसेना द्वारा क्षेत्र में अपनी उपस्थिति को बढ़ाने के लिए दक्षिण चीन सागर में दो विमान वाहक पोत तैनात किए जाने के बाद अमेरिका का यह आधिकारिक बयान आया है।
व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टॉफ मार्क मीडोज ने सोमवार को एक सवाल के जवाब में ‘फॉक्स न्यूज’ को बताया, ‘”संदेश स्पष्ट है। हम खड़े होकर चीन को या किसी और को सबसे शक्तिशाली या प्रभावी बल होने के संदर्भ में कमान नहीं थामने दे सकते, फिर चाहे वह उस क्षेत्र में हो या यहां।”
मीडोज ने कहा कि अमेरिका ने दक्षिण चीन सागर में अपने दो विमान वाहक पोत भेजे हैं। उन्होंने कहा, “हमारा मिशन यह सुनिश्चित करना है कि दुनिया यह जाने कि हमारे पास अब भी दुनिया का उत्कृष्ट बल है।”
गौरतलब है कि चीन दक्षिण चीन सागर और पूर्वी चीन सागर में क्षेत्रीय विवादों में लिप्त है। चीन लगभग समूचे दक्षिण चीन सागर पर दावा करता है। वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान के भी क्षेत्र को लेकर उसके दावे हैं। दूसरी ओर भारत और भूटान के साथ भी उसके जमीन को लेकर मतभेद हैं।