नई दिल्ली। अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए भारतीय नौसेना ने खाड़ी क्षेत्र में अपने युद्धपोत तैनात कर दिए हैं। नौसेना ने भारत के समुद्री व्यापार की सुरक्षा के लिए ये ऐहतियाती कदम उठाए हैं। अधिकारियों ने बताया कि अपनी मौजूदगी दर्शाने के लिए भारतीय युद्धपोत और विमान क्षेत्र में तैनात किए गए हैं ताकि भारतीय व्यापारियों का सुरक्षा का अहसास बना रहे, खाड़ी के ताजा हालात पर नजर रखी जा सके और किसी भी आपात स्थिति या संकट में त्वरित कार्रवाई की जा सके।

नौसेना द्वारा जारी किए गए बयान के अनुसार भारतीय नौसेना खाड़ी क्षेत्र में हालात की निगरानी करना जारी रखे हुए है। क्षेत्र में अपनी मौजूदगी से समुद्री मार्ग से होने वाले कारोबार और भारतीय कारोबारियों को जहाजों के इस मार्ग से गुजरने के दौरान उनकी सुरक्षा के लिए यह फैसला लिया गया है।

भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने कहा कि ओमान की खाड़ी में विगत जून, 2019 में व्यापारियों के जहाजों पर हमले के बाद भारतीय नौसेना ने नौसैनिक सुरक्षा अभियान “संकल्प” शुरू किया है ताकि स्ट्रेट होरमुज से गुजरने वाले भारतीय जहाजों पर कोई संकट न आए। अब इसी ऑपरेशन को जारी रखते हुए रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, जहाजरानी, पेट्रोलियम और नेचुरल गैस आदि मंत्रालयों के साथ भी तालमेल बैठाया गया है।

नौसेना ने निजी पोत के चालक दल को बचाया

भारतीय नौसेना के पोत सुमेधा ने अदन की खाड़ी में डकैतीरोधी गश्त के दौरान संकट में फंसे एक निजी पोत के चालक दलके 13 सदस्यों को बचा लिया। भारतीय नौसेना के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। भारत के अल हामिद नामक पारंपरिक काठ के इस पोत का बीती छह जनवरी को आइएनएस सुमेधा के डेक से उड़े हेलीकॉप्टर के जरिए पता लगाया गया था। इसमें पुष्टि की गई थी कि यह पोत संकट में फंसा हुआ है और सोमालिया तट के पास तैर रहा है।

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