बुलंदशबहर। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में सिकंदरबाद के गांव जीतगढ़ी में जहरीली शराब पीने से 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 15 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में थाना पुलिस की लापरवाही मानते हुए थाना प्रभारी, हलका इंचार्ज और चौकी प्रभारी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही मामले में तीन लोगों को भी हिरासत में लिया गया है।
जिले के गांव जीतगड़ी निवासी 35 साल के सतीश, 40 साल के कलुआ, रंजीत तथा 60 साल के सुखपाल सहित नौ लोगों ने गांव में ही एक ग्रामीण से शराब खरीदी थी। रात को शराब पीने के बाद ये सभी अपने अपने घर जाकर सो गए। बताया जा रहा है कि आधी रात के बाद इन सबकी हालत बिगड़ने लगी। इनमें से सतीश, कलुआ, रंजीत तथा सुखवाल ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया जबकि बाकी चार को दिल्ली रेफर कर दिया गया। जहरीली शराब सेवन से हुई मौत के बाद यहां से लेकर लखनऊ तक हड़कंप मच गया। पुलिस और प्रशासनिक टीम गांव पहुंच गई और परिवार से पूरी घटना की जानकारी लेने में जुट गई है। शराब को बेचने वाला अभी पकड़ से बाहर है। वहीं अस्पताल में भर्ती ग्रामीणों में पन्ना लाल, अजय, गजे सिंह,पंकज, मनोज, ओमवीर और नवीन शामिल हैं। बाद में अस्पताल में भर्ती पन्ना लाल की भी मौत हो गई।
ग्रामीणों का आरोप है कि शराब और आबकारी विभाग की सांठगांठ से जहरीली शराब बेची जा रही थी। घटना के बाद शराब माफिया कुलदीप फरार हो गयाय़
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने न इस बात की पुष्ट की कि 5 लोगों की मौत हो गई है और 15 लोगों की हालत गंभीर है। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि इन सभी लोगों ने शराब पी थी। इसके बाद इनकी हालत बिगड़ गई। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है, जिससे पता चल सके कि मौत के पीछे की वजह क्या है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका, NSA) लगाने के निर्देश दिए हैं। वरिष्ठ अधिकारियों को हर पीड़ित को बेहतर इलाज देने का निर्देश दिया गया है। दोषी डिस्टीलरी के ख़िलाफ भी कठोरतम कार्रवाई का आदेश दिया गया है।
बुलंदशहर के एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि लापरवाही के आरोप में थाना प्रभारी दीक्षित कुमार त्यागी, हलका इंचार्ज और चौकी प्रभारी प्रभारी अनोखे पुरी को निलंबित कर दिया गया है।