बरेली लाइव न्यूज नेटवर्क, लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को पंचायत प्रतिनिधियों के हित में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं करते हुए उपहारों की झड़ी लगा दी। वृदांवन योजना स्थित डिफेंस एक्सपो मैदान पर आयोजित उत्तर प्रदेश ग्राम उत्कर्ष समारोह में मुख्यमंत्री ने जो घोषणाएं की उनमें ग्राम प्रधान तथा क्षेत्र पंचायत एवं जिला पंचायत अध्यक्षों के वित्तीय अधिकारी और मानदेय बढ़ाना प्रमुख हैं।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के मुताबिक अब हमें स्मार्ट विलेज विकसित करना है। गांव स्मार्ट बने तो उत्तर प्रदेश देश में विकास के मामले में शीर्ष पर होगा।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सभी 58189 ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि अब गांव में रहने वालों को सचिवालय से लाभ मिलेगा, क्योंकि उन्हें आय, जाति व निवास प्रमाणपत्र आदि कार्यों के लिए शहर की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। साथ ही गांव से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी एक ही छत की नीचे आसानी से सुलभ होंगे।
मुख्यमंत्रीने ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत अध्यक्षों को बड़ा उपहार देते उनके वित्तीय अधिकार भी बढ़ाने की घोषणा की। ग्राम प्रधानों को वित्तीय अधिकारों को बढ़ाते हुए पांच लाख और जिला पंचायतों के वित्तीय अधिकारों को बढ़ाते कर 25 लाख रुपये कर दिया गया है। इसके साथ ही विकास कार्य का स्टीमेट व एमबी अन्य विभागों के इंजीनियर बना सकेंगे।
इसी के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ ग्राम प्रधान, ब्लाक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्षों के मानदेय में भी वृद्धि कर दी है। ग्राम पंचायत सदस्यों को भी अब प्रति बैठक मिलेगा मानदेय। वहीं क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत सदस्यों का भी मानदेय बढ़ा दिया गया है। उन्होंने कहा कि हर गांव में ग्राम पंचायत कोष बनेगा। जनप्रतिनिधियों के निधन पर उनके स्वजनों को अनुकंपा धनराशि दी जाएगी।
कार्यक्रम में पंचायतीराज मंत्री चौधरी भूपेन्द्र सिंह, पंचायतीराज राज्य मंत्री उपेन्द्र तिवारी भी मौजूद रहे।