लखनऊ। कांग्रेस ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (यूपी विधानसभा चुनाव 2021) की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए संगठन में जान फूंकने का प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को संगठन का विस्तार किया गया। जातीय समीकरणों का ध्यान रखते हुए तीन नए उपाध्यक्ष, 13 नए महासचिव और 53 सचिव बनाए गए हैं। पार्टी प्रदेश के सभी 75 जिलों को कवर करना चाह रही है, इसके लिए अब कार्यकर्ताओं को संगठन में पद दिया गया है। इसके साथ ही नए विस्तार में प्रदेश के पुराने कांग्रेसियों को जगह देकर उनकी नाराजगी को भी दूर करने का प्रयास किया गया है।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से मंगलवार को उत्तर प्रदेश के नए पदाधिकारियों की घोषणा की गई। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी में विश्वविजय सिंह, गयादीन अनुरागी और दीपक कुमार को उपाध्यक्ष बनाया गया है। 13 नए महासचिव और 53 सचिव बनाए गए हैं।

प्रदेश में अब 8 उपाध्यक्ष

उत्तर प्रदेश में पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय जाट नेता पंकज मलिक, संगठन के मजबूत कार्यकर्ता योगेश दीक्षित, अंसारी चेहरा के बतौर विधायक सुहेल अंसारी, कुर्मी आधार वाले नेता वीरेंद्र चौधरी और पूर्वांचल में ब्राह्मण के बतौर ललितेश पति त्रिपाठी को उपाध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया था। अब इसमें 3 नाम और जुड़ गया है। पश्चिमी यूपी में जाटव जाति से आने वाले दीपक कुमार, बुंदेलखंड से दलित चेहरा के तौर पर कोरी समाज के गयादीन अनुरागी को उपाध्यक्ष बनाया गया है। गोरखपुर के आसपास एक जुझारू नेता के तौर पर जाने जाने वाले प्रदेश महासचिव विश्वविजय सिंह को महासचिव से प्रमोट करके उपाध्यक्ष बनाया गया है।

हर जिले पर एक प्रदेश सचिव

उत्तर प्रदेश में अब हर जिले का एक प्रभारी सचिव होगा। महानगरों में अतिरिक्त प्रदेश सचिव लगाने की भी रणनीति है। अब प्रदेश के 75 जिलों में एक-एक सचिव होंगे और लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी, कानपुर जैसे महानगरों में संगठन के कामकाज के लिए जिले से इतर सचिव लगाए जाएंगे ताकि संगठन को मजबूत किया जा सके।

error: Content is protected !!