लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में यात्रा करने वालों ने अक्सर भुगता होगा कि उन्हें जाना था मुरादाबाद, रामुपर या हापुड़ शहर लेकिन बस कंडक्टर जबरन बाईपास के जीरो प्वाइंट पर उतार गया। लुटापिटा-अपमानित यात्री इसके बाद कोई स्थानीय वाहन ढूंढता है और यदि रात का समय है तो किसी परिचित को फोन करता है। सवारियों को गुमराह करके शहर के भीतर से बसें न ले जाने और बाईपास पर जबरन सवारी उतारने का यह खेल अब रुकने की उम्मीद है। यात्रियों की ओर से लगातार आ रही शिकायतों को निगम प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। महानिदेशक धीरज साहू ने बसों की बाईपास सेवा को बंद करके शहर के भीतर से बसें चलाने का निर्णय लिया है। यानी यात्रियों को बसों की सेवाएं शहरों, कस्बों और गांवों तक देने के लिए बाईपास सेवा बंद की जा रही है।
इस निर्णय से शहर के यात्रियों को बसों से चौबीसों घंटे सेवाएं मिलेंगी। निगम के राजस्व में वृद्धि होगी और निजी वाहन मालिकों की बसों को निगम से जोड़ने का मौका मिलेगा। दूसरी ओर मंशा यह भी है कि ठंडक में कोहारे के बीच कम से कम निजी वाहन सड़क पर चलें।
यहां करें शिकायत
बस चालक बाईपास से बस ले जाये या जबरन बाईपास पर उतारे तो यात्री परिवहन निगम के हेल्पलाइन नंबर 18001802877 अथवा 9415049606 पर बस नंबर सहित अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।