लखनऊ। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहे उत्तर प्रदेश के गरीबों की मदद के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। राज्य सरकार सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) अंतर्गत पात्र गृहस्थी और अंत्योदय कार्ड धारक को मई और जून में निशुल्क राशन देगी। राज्य सरकार द्वारा दिया जाने वाला यह राशन केंद्र सरकार के एनएफएसए अंतर्गत मई और जून के लिए घोषित निशुल्क राशन के अतिरिक्त होगा।

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने बुधवार को टीम 11 के साथ वर्चुअल बैठक में इसके समेत कई निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ई-पॉश मशीनों से नेशनल राशन पोर्टेबिलिटी की सुविधा के साथ अधिकाधिक लोगों को लाभान्वित किया जाए। उन्होंने इस संबंध में संबंधित विभाग व अधिकारियों को कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के लिए निजी क्षेत्र की ओर से निवेश के कई बड़े प्रस्ताव मिले हैं। यह न केवल भविष्य में ऑक्सीजन उत्पादन को बढ़ाने वाले होंगे, बल्कि रोजगार सृजन के दृष्टिगत भी महत्वपूर्ण सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि कोविड की पिछली लहर में आयुष विभाग की भूमिका सराहनीय रही थी। इस बार उन्हें उसी तत्परता के साथ सक्रिय होने की आवश्यकता है। लोगों को आयुष काढ़ा सहित अन्य उपयोगी औषधियां मुहैया कराई जाएं।

टीम वर्क से मिल रहे अच्छे परिणाम

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आइसीसीसी से भेजे गए मरीज को भर्ती करना अस्पतालों के लिए अनिवार्य है। रिक्त बेड्स के बारे में हर दिन दो बार सार्वजनिक रूप से जानकारी दी जाए। सरकारी अस्पताल में बेड नहीं खाली है तो निजी अस्पतालों में भर्ती कराया जाए, अगर मरीज भुगतान में सक्षम नहीं है तो राज्य सरकार भुगतान करेगी। लेकिन एक भी मरीज को इलाज से वंचित नहीं रखा जाएगा। सभी जिलों में यह व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने कहा कि कोविड प्रबंधन की दिशा में टीम वर्क से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। लगभग एक सप्ताह से प्रदेश के रिकवरी दर में हर दिन सुधार देखने को मिल रहा है। सभी प्रदेशवासी कोविड विहेवियर के अनुरूप आचरण करें। मास्क, सैनिटाइजर और दो गज दूरी के सिद्धांत को व्यवहार में लाएं।

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