नई दिल्ली। चंद्रयान-2 ऑर्बिटर ने लैंडर विक्रम को चंद्रमा की सतह पर लोकेट कर लिया है। ऑर्बिटर ने इसकी पहली फोटो भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधन संगठन (इसरो) के भेजी है। इसरो के अध्यक्ष डॉ. के. सिवन ने रविवार को ट्वीट कर बताया की लैंडर विक्रम से संपर्क साधने की कोशिश की जा रही है। सिवन के अनुसार, “अभी भी लैंडर विक्रम के साथ संपर्क नहीं बन पाया है लेकिन इसकी लोकेशन का पता लगा है। अब इससे संपर्क बनाने का प्रयास किया जा रहा है। ऑर्बिटर ने इसरो को विक्रम लैंडर की लूनर सरफेस पर थर्मल इमेज क्लिक कर के भेजी है।” गौरतलब है कि चंद्रयान-2 से संपर्क टूट जाने से भले ही वैज्ञानिकों में काफी निराशा थी लेकिन फिर भी इसरो का कहना है की चंद्रयान-2 मिशन का 90 प्रतिशत काम पूरा हुआ है। लैंडर विक्रम से संपर्क के बिना भी वह लूनर साइंस में काफी मदद करेगा।
गौरतलब है कि लैंडर विक्रम’ ने ‘रफ ब्रेकिंग’ और ‘फाइन ब्रेकिंग’ चरणों को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया था लेकिन ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ से पहले इसका संपर्क धरती पर मौजूद स्टेशन से टूट गया।
वैसे, ऑर्बिटर ने भले ही लैंडर विक्रम का पता लगा लिया हो लेकिन अभी भी यह पता नहीं लग पाया है की लैंडर विक्रम कैसी हालत में है? लैंडर विक्रम चंद्रयान-2 की सॉफ्ट लैंडिंग का लैंडिंग मॉड्यूल है। इसकी लैंडिंग लूनर सरफेस पर उस हिसाब से नहीं हो पाई जैसी योजना इसरो ने बनाई थी। इसका इसरो से संपर्क 7 सितम्बर को लैंडिंग के कुछ सेकंड पहले ही टूट गया था। लैंडिंग की शुरुआत शनिवार को 1:40 के करीब हुई थी और इसके लगभग 12 मिनट बाद लैंडर विक्रम से संपर्क टूट गया था। इसरो इस मामले में पड़ताल कर पता लगाएगा कि ऐसे क्या कारण रहे जिनकी वजह से चंद्रयान-2 का लैंडर विक्रम से संपर्क टूट गया। इसके लिए डाटा को एनालाइज किया जाएगा।
चंद्रयान-2 को आंध्र प्रदेश में श्रीहरिकोटा से इसी साल 22 जुलाई को लॉन्च किया गया था।