नई दिल्ली। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने कैबिनेट के मंत्रियों के लिए आचरण संहिता बनाई है। योगी की इस आचरण संहिता में मंत्रियों से मंत्री बनने से पहले आय और अगर किसी कंपनी में हिस्सेदारी रही है तो उसका ब्यौरा देने को कहा है।यह भी हिदायत दी गई है 5 हजार से ज्यादा के गिफ्ट सरकारी खजाने में दें। मंत्री बनने से पहले अगर कोई व्यवसाय या आमदनी रही तो उसका विवरण देने को कहा गया है।सूत्रों के मुताबिक आचरण संहिता में योगी ने अपने मंत्रियों से मंत्री बनने से पहले अगर किसी कंपनी में हिस्सेदारी या आमदनी रही है तो उसका विवरण देने को कहा है।
मंत्रियों को सोने-चांदी से जुड़ी जानकारी भी देने को कहा गया है।योगी ने मंत्रियों को यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि मंत्री के किसी रिश्तेदार ने किसी विभाग में ठेका तो नहीं लिया।उन्होंने मंत्रियों को थैली भेंट से बचने और दावत एवं दिखावे से बचने की भी सलाह दी है।मंत्री ऐसा कारोबार न करें जो सरकार से जुड़ा हो। योगी ने सरकारी दौरे पर मंत्रियों को सर्किट हाउस में ही रुकने को कहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 13 अप्रैल को सभी मंत्रियों को पत्र लिखा।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सभी मंत्रियों को चिट्ठी लिखी है। इसमें सभी मंत्रियों से उनकी संपत्ति का ब्यौरा मांगा गया है।योगी मंत्रिमंडल के मंत्रियों से तीन दिन के अंदर चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा जमा कराने को कहा गया है। सीएम योगी ने शपथ ग्रहण के चंद दिनों बाद ही सभी अधिकारियों से उनकी चल और अचल संपत्ति का ब्यौरा और जमा किये गए इनकम टैक्स को पंद्रह दिन के अंदर जमा करने का आदेश दिया था ।