लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में शामिल लोगों पर सख्त कार्रवाई की तलवार लटक गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 18-19 दिसंबर 2019 को लखनऊ, मेरठ आदि में हुए पथराव, तोड़फोड़ और आगजनी के तुरंत बाद इन घटनाओं में शामिल एक-एक व्यक्ति की पहचान कर नुकसान की भरपाई के लिए वसूली की कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी, अब ताजा आदेश में उन्होंने हिंसा, आगजनी और तोड़फोड़ में नामजद आरोपितों से वसूली की कार्रवाई तेज करने को कहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तानों को ये निर्देश दिए। आशंका जताई कि असामाजिक तत्व सीएए के विरोध की आड़ में गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों में बाधा उत्पन्न कर सकते हैं।  उन्होंने ऐसे लोगों को चिह्नित कर उन पर नजर रखने और उन्हें पाबंद करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दिसंबर 2019 में कुछ जिलों में हुई घटनाओं में जो आरोपित नामजद हुए हैं उनसे नुकसान की वसूली के लिए जल्द नोटिस दिए जाएं और वसूली की कार्रवाई शुरू की जाए। साथ ही कहा कि सीएए को लोकर जो भी हिंसा, तोड़फोड़ आदि करता है, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।


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