नई दिल्‍ली। (Rebels of youth leaders in Congress) देश में करीब पांच दशक तक राज करने वाली कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रहीं। जिन युवा नेताओं पर भविष्य की जिम्मेदारी है, एक-एक कर उनके स्वर बगावती होते जा रहे हैं। पहले धारा 370 मामले में कुछ युवा नेताओं ने पार्टी लाइन से हटकर भाजपा सरकार के कदम का समर्थन किया, फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी को अलविदा कह दिया। ताजा मामला सचिन पायलट की बगावत का है। …और जब पार्टी ने सचिन पायलट पर कार्रवाई की तो पहले जितिन प्रसाद और उसके बाद प्रिया दत्त जैसे युवा चेहरों ने उनके समर्थन में बयान जारी कर कांग्रेस को सकते में डाल दिया है। राजस्‍थान में भाजपा ने भी फ्लोर टेस्‍ट की मांग कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की परेशानी बढ़ा दी है।

सचिन पायलट के साथ मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रहे जितिन प्रसाद ने राजस्थान काग्रेस अध्यक्ष पद और अशोक गहलोत सरकार से हटाए गए सचिन पायलट का समर्थन किया है। जितिन प्रसाद ने एक ट्वीट में पार्टी के प्रति किए कामों के लिए सचिन पायलट की प्रशंसा की है। जितिन प्रसाद ने कहा कि सचिन पायलट ने समर्पण से काम किया है। उम्मीद करता हूं सब जल्द ठीक हो। जितिन ने जिस अंदाज में पायलट का साथ दिया है, उससे ये अटकलें लगने लगी हैं कि वह भी पायलट के अंदाज में ही कांग्रेस का दामन छोड़ सकते हैं। जितिन प्रसाद ने ट्वीट में लिखा है, “सचिन पायलट सिर्फ मेरे साथ काम करने वाले शख्स नहीं, बल्कि मेरे दोस्त भी हैं। कोई इस बात को नहीं नकार सकता कि इन दिनों उन्होंने पूरे समर्पण के साथ पार्टी के लिए काम किया है। उम्मीद करता हूं कि ये स्थिति जल्द सुधर जाएगी। दुखी भी हूं कि ऐसी नौबत आई।”

जितिन प्रसाद के बाद कांग्रेस की युवा नेता और पूर्व सांसद प्रिया दत्‍त भी सचिन पायलट के समर्थन में उतर आई हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस पार्टी ने सचिन पायलट और ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया के रूप में दो युवा नेताओं को खो दिया। प्रिया दत्‍त ने ट्वीट कर कहा, “एक और दोस्‍त पार्टी छोड़ रहा है। सचिन पायलट और ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया दोनों के साथ ही मैंने काम किया है। ये दोनों ही मेरे अच्‍छे दोस्‍त भी हैं लेकिन दुर्भाग्य से हमारी पार्टी ने बड़ी संभावनाओं वाले दो युवा नेताओं को खो दिया है। मैं यह बिल्‍कुल नहीं मानती कि महत्‍वाकांक्षी होना गलत है। इन दोनों नेताओं ने सबसे मुश्किल दौर में कड़ी मेहनत की है।”

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के कद्दावर कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद उन युवा नेताओं में से एक हैं, जिन्हें राहुल गांधी का बेहद खास कहा जाता रहा है। हालांकि, बीते कुछ समय से वह कांग्रेस पार्टी में हाशिये पर चले गए हैं, लेकिन पार्टी में जितिन ने इसे लेकर कोई खुला विरोध नहीं किया है। प्रिया दत्त भी मुंबई की कद्दावर कांग्रेस नेता हैं और कई बार सांसद रह चुकी हैं।

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