Category: Worship/Puja-Path

ऐसे करें वट सावित्री व्रत-पूजन

बरेली। अखंड पातिव्रत्य, सुहाग की दीर्घायु कामना के लिए ज्येष्ठ कृष्ण त्रयोदशी से ज्येष्ठ अमावस्या तक तीन दिनी वट सावित्री व्रत की परंपरा है। इस बार यह व्रत-पर्व 15 से…

अखंड सौभाग्य के लिए करें वट-सावित्री की पूजा

बरेली। सनातन धर्म में ज्येष्ठ कृष्ण त्रयोदशी से ज्येष्ठ अमावस्या तक तीन दिनी अखंड पातिव्रत्य (सुहाग की दीर्घायु) कामना के लिए वट सावित्री व्रत की परंपरा है। वट सावित्री व्रत…

Must Know- क्यों और कैसे हुआ काशी के कोतवाल कालभैरव का जन्म?

कालभैरव को साक्षात भगवान शिव का दूसरा रूप माना जाता है। इस दूसरे रूप को विग्रह रूप के नाम से भी जाना जाता है। शिव की क्रोधाग्नि का विग्रह रूप…

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