दुनिया के सबसे अमीर जोड़ों में से एक मुकेश अंबानी और नीता अंबानी की प्रेम कहानी क्या है? क्या उनकी कहानी कुछ अलग थी या फिर वे एक आम आदमी की तरह दिल और भावनाएं साझा करते हैं? अगर आप मुकेश अंबानी और नीता अंबानी की प्रेम कहानी के बारे में पूरी जानकारी जानना चाहते हैं, तो आप सही जगह पर आए हैं। चलिए शुरू करते हैं।
दिवंगत धीरूभाई अंबानी और कोकिलाबेन अंबानी के सबसे बड़े बेटे मुकेश अंबानी की लव स्टोरी बहुत ही क्यूट है। मुकेश की शादी नीता अंबानी से हुई, लेकिन नीता का चुनाव मुकेश ने नहीं बल्कि, उनके पिता धीरूभाई अंबानी ने किया था। नीता की माता एक प्रख्यात गुजराती लोकनृतकी थीं। नीता जब केवल 8 साल की थी, तभी से उनकी मां ने उन्हें नृत्य सिखाना शुरु कर दिया। नीता ने बचपन से ही नृत्य में अपनी गहरी रुचि थी, और देखते ही देखते वे भरतनाट्यम की एक कुशल नृत्यांगना बन गयीं।
1980 के दशक में मुकेश अंबानी और नीता अंबानी की प्रेम कहानी की शुरुआत
नीता अंबानी ने बचपन से ही स्टेज पर बहुत परफॉर्म किया है। ऐसा ही एक परफॉर्म तब हुआ जब 1980 के दशक में दीरूभाई अंबानी ने उन्हें स्टेज पर देखा। वह उनकी संस्कृति और कला के प्रति उनके प्यार से बहुत प्रभावित हुए। और इसलिए वह उन्हें अपनी बहू बनाना चाहते थे।
धीरुभाई अंबानी ने किया फोन
नीता पूरे गुजरात में अलग-अलग समारोहों में भरतनाट्यम प्रस्तुत किया करती थी। एक ऐसे ही कार्यक्रम में धीरूभाई ने नीता को भरतनाट्यम करते हुए देखा। धीरुभाई (Dhirubhai Ambani) काफी प्रभावित हुए। धीरूभाई ने कार्यक्रम के आयोजक से नीता का टेलीफोन नंबर लिया। और उनसे जुड़े अन्य ब्यौरा अपने साथ ले गए। अगले दिन धीरुभाई ने नीता के घर का टेलीफोन नंबर मिलाया। संयोग देखिए कि फोन भी नीता अंबानी ने ही उठाया।
नीता ने जब यह सुना कि फोन करने वाला अपने को धीरूभाई अंबानी बता रहा है। और वह उनसे बात करना चाहता है। तो बिना समय गवाएं उन्होंने जवाब दिया। कि वह कोई और नहीं बल्कि एलिजाबेथ टेलर बोल रही है। नीता के मुताबिक उन्होंने यह सोचकर कि कोई उन्हें परेशान कर रहा है, फोन रख दिया। नीता ने सोचा कि भारत का एक प्रसिद्ध उद्योगपति उन्हें फोन क्यों करेगा, और उनसे बात क्यों करना चाहेगा।
धीरुभाई ने फिर फोन किया, लेकिन इस बार नीता के पिता ने फोन उठाया। वह धीरुभाई की आवाज पहचान गए, नीता के पिता ने उनसे कहा कि वह धीरुभाई से जाकर मिले। इसके बाद धीरुभाई ने उन्हें अपने घर आने का न्योता दिया।
धीरुभाई ने स्पष्ट रूप से कहा कि, वह उन्हें मुकेश (Mukesh Ambani) की पत्नी के रूप में देख रहे हैं, धीरुभाई ने कहा कि उन्हें घर आकर मुकेश से मिलना चाहिए। इस बारे में अपने परिवार के साथ चर्चा करने के बाद नीता धीरुभाई के घर गई, नीता जब वहां पहुंची, तो मुकेश ने घर का दरवाजा खोला, मुकेश नीता को देखकर ही पहचान गए, क्योंकि धीरुभाई लगातार उनसे नीता के बारे में ही बात करते आ रहे थे। मुकेश और नीता ने एक दूसरे से बातचीत की और कहीं और मिलने के लिए तैयार हुए।
जब मुकेश ने नीता को शादी के लिए किया था प्रपोज़
अपनी पहली मुलाकात के बाद से मुकेश और नीता एक-दूसरे को डेट करने लगे। हालांकि नीता शुरुआत में अपने इस रिश्ते को लेकर थोड़ी असमंजस में थी। नीता पहले अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहती थी। वह धीरुभाई के निर्णय के बारे में जानती थी, लेकिन वह अपनी पढ़ाई के लिए थोड़ा और समय चाहती थीं।
एक दिन जब मुकेश और नीता कार से पोददार रोड पर जा रहे थे, वहां रेड सिग्नल देखकर मुकेश ने अपनी कार रोक दी। सिग्नल ग्रीन होने के बाद भी मुकेश ने अपनी कार स्टार्ट नहीं की। इस पर नीता ने उनसे कार स्टार्ट करने के लिए कहा, क्योंकि वहां ट्रैफिक लग सकता था, उसी वक्त मुकेश ने नीता से साफ-साफ शब्दों में पूछा कि क्या वे उनसे शादी करेंगीं। मुकेश ने यह भी कहा कि वह उनका जवाब सुनने के बाद ही कार स्टार्ट करेंगे, अब नीता के सामने कोई विकल्प नहीं था, और उन्होंने शादी के लिए हां कह दिया।