बबूल नाम के वृक्ष को आपने जरुर देखा होगा। भारत मे बबूल का पेड़ और उसपर लगी हुई फलिया कही आते जाते अक्सर दिख जाती है जैसे सड़कों के किनारे, जंगलो और बाग़ बगीचों में।बबूल का समान्य सा दिखने वाला पेड़ कई औषधीय गुणों को अपने आप में समेटे हुए होता है। बबूल की छाल, पत्तियां और फली तीनों का उपयोग कई अलग-२ बीमारियों के इलाज में किया जाता है। आइये जानते है बबूल की फली, बबूल की फली का चूर्ण के फायदे कौन-२ रोगो को दूर करने में लाभदायक होते है ?
बबूल फली के सेवन से स्वास्थ्य से जुड़ी कई अन्य समस्याएं दूर होती है। क्योंकि बबूल की फली विटामिन और खनिजों का एक अच्छा स्रोत है। एक-एक चम्मच बबूल फली चुर्ण सुबह / शाम पानी से सेवन करने से घुटनों और सिर दर्द, कमर दर्द जैसे दर्द से छुटकारा मिलता है।बबूल की फली का चूर्ण इतना फायदेमंद है की आप इसे जोड़ो के दर्द, टूटी हड्डियों के उपचार, दांत का दर्द, पेशाब का अधिक मात्रा में आना जैसे रोगो में आराम पाने के लिए इस्तेमाल कर सकते है। शारीरिक शक्ति को बढ़ाने और शारीरिक कमजोरी को दूर करने में भी इसका उपयोग औषधि के रूप में किया जा सकता है।
बबूल की फली के फायदे |
बबूल की फली स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत फायदेमंद होती है। इसका इस्तेमाल कई तरीको से किया जा सकता है। अधिकतर रोगो में इसका इस्तेमाल इसे सुखाकर, इसका चूर्ण बनाकर किया जाता है। आइये जानते है बबूल की फली का पाउडर के फायदे :-
बहुत से लोग जो अपने घुटनो के दर्द के कारण चलने फिरने, उठने बैठने तक से परेशान हो जाते थे और जिन्हे डॉक्टर्स द्वारा घुटनो का ऑपरेशन करवाने की सलाह दी गई थी, वे लोग भी बबूल की फली के चूर्ण के फायदों का लाभ उठाते हुए, अपनी परेशानी को दूर कर , आरामदायक जिंदगी जी रहे है।
इसके लिए आपको कुछ दिनों तक रात को सोने से पहले एक चम्मच बबूल की फली का चूर्ण पानी के साथ लेना है।
शरीर के दर्दो में फायदेमंद –
सिर्फ घुटने ही नहीं शरीर के किसी भी हिस्से में होने वाले दर्द में बबूल की फली का पाउडर फायदेमंद होता है। बदन दर्द, कमर दर्द, जोड़ो दर्द आदि सभी दर्द दूर करने का आजमाया हुआ इलाज है बबूल की फली का चूर्ण।
इसके लिए बबूल की सुखी फलियों का चूर्ण बनाकर उसका सेवन सुबह खाली और रात को सोने से पहले पानी के साथ करे।
हड्डिया टूटने पर –
अगर किसी भी कारण से आपके शरीर की कोई हड्डी टूट गई है या अस्थि भांग हो गया है तो बबूल आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। बबूल की बीजो को पीसकर उन्हें शहद के साथ ३ दिनों तक सेवन करने से हड्डी बहुत अच्छे से जुड़ जाती है। इतना ही नहीं बबूल की फली का चूर्ण सुबह-शाम लेने से भी हड्डी जल्दी जुड़ जाती है।
शुगर में बबूल की फली
शुगर के मरीज भी बबूल की फली के चूर्ण का इस्तेमाल कर सकते है । बबूल की गोँद का इस्तेमाल मधुमेह रोग को दूर करने में भी किया जाता है।
दस्त दूर करने में सहायक बबूल की फली का पाउडर
दस्त बंद होने का नाम ही न ले रहे हो और पेट में मरोड़ पड़ रहे हो तो ऐसे उसे बबूल की फलियों का सेवन करना फायदेमंद होता है।
दांत दर्द को दूर करने में फायदेमंद बबूल की फली का चूर्ण
दांतों में दर्द होने पर भी बबूल की फली फायदेमंद होती है। बबूल की फली का पानी के साथ सेवन करने और इसको राख बनाकर इससे दांतों को मंजन करने से दांत दर्द में तुरंत आराम मिलेगा।
पेशाब अधिक आने की समस्या में फायदेमंद
अधिकतर पेशाब अधिक आने की समस्या से बुजुर्ग लोग परेशान रहते है। उनके लिए सुबह शाम बबूल की फली का चूर्ण का सेवन करना फायदेमंद होता है।
शारीरिक शक्ति और कमजोरी को मिटने में फायदेमंद बबूल की फली का चूर्ण
बबूल की फली का चूर्ण का सुबह शाम पानी के साथ सेवन करने से शरीर हृष्ट पुष्ट बनता है। शारीरिक शक्ति बढ़ती है और शारीरिक कमजोरी का नाश होता है।
पुरुषो की ताकत के लिए
बबूल की कच्ची फलियों को धोकर अच्छे से सुखा कर, उनका चूर्ण बनाकर रोजाना इसे दूध में उबालकर पीने से पुरुषो की ताक़त बढ़ती है।