रोहिणी नक्षत्र का प्रतीक ‘जामुन का पेड़’ जिसके अंग अंग में औषधि

वृक्ष ही धरती का श्रृंगार और हम सबके जीवन की समृद्धि का आधार हैं। पीपल का पेड़ लगानेसे मनुष्य धनी होता है। अशोक शोकका नाश करनेवाला है। पाकड़ यज्ञका फल देनेवाला बताया गया है। नीमका वृक्ष आयु प्रदान करनेवाला माना गया है। जामुन कन्या देनेवाला कहा गया है। अनारका वृक्ष पत्नी प्रदान करता है। पीपल रोगका नाशक और पलाश ब्रह्मतेज प्रदान करनेवाला है।आज हम बात करते हैं औषधिगुण से भरपूर जामुन के वृक्ष के बारे में-

जामुन के पेड़ के फलदार होने में बहुत समय लगता है लोग कहते हैं कि जामुन का पेड़ लगाने वाला चला जाता है तब जाकर जामुन के वृक्ष में फल आता है। जामुन के वृक्ष को रोहिणी नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है। अगर जामुन की मोटी लकड़ी का टुकडा पानी की टंकी में रख दे तो टंकी में शैवाल, हरी काई नहीं जमेगी और पानी सड़ेगा भी नहीं।

जामुन की इस खुबी के कारण इसका इस्तेमाल नाव बनाने में बड़ा पैमाने पर होता है।पहले के जमाने में गांवो में जब कुंए की खुदाई होती तो उसके तलहटी में जामून की लकड़ी का इस्तेमाल किया जाता है जिसे जमोट कहते है।

दिल्ली की निजामुद्दीन बावड़ी का हाल ही में हुए जीर्णोद्धार से ज्ञात हुआ 700 सालों के बाद भी गाद या अन्य अवरोधों की वजह से यहाँ जल के स्तोत्र बंद नहीं हुए हैं।भारतीय पुरातत्व विभाग के प्रमुख के.एन. श्रीवास्तव के अनुसार इस बावड़ी की अनोखी बात यह है कि आज भी यहाँ लकड़ी की वो तख्ती साबुत है जिसके ऊपर यह बावड़ी बनी थी। श्रीवास्तव जी के अनुसार उत्तर भारत के अधिकतर कुँओं व बावड़ियों की तली में जामुन की लकड़ी का इस्तेमाल आधार के रूप में किया जाता था।

स्वास्थ्य की दृष्टि से विटामिन सी और आयरन से भरपूर जामुन शरीर में न केवल हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाता। पेट दर्द, डायबिटीज, गठिया, पेचिस, पाचन संबंधी कई अन्य समस्याओं को ठीक करने में अत्यंत उपयोगी है।एक रिसर्च के मुताबिक, जामुन के पत्तियों में एंटी डायबिटिक गुण पाए जाते हैं, जो रक्त शुगर को नियंत्रित करने करती है। ऐसे में जामुन की पत्तियों से तैयार चाय का सेवन करने से डायबिटीज के मरीजों को काफी लाभ मिलेगा।

सबसे पहले आप एक कप पानी लें। अब इस पानी को तपेली में डालकर अच्छे से उबाल लें। इसके बाद इसमें जामुन की कुछ पत्तियों को धो कर डाल दें। अगर आपके पास जामुन की पत्तियों का पाउडर है, तो आप इस पाउडर को 1 चम्मच पानी में डालकर उबाल सकते हैं। जब पानी अच्छे से उबल जाए, तो इसे कप में छान लें। अब इसमें आप शहद या फिर नींबू के रस की कुछ बूंदे मिक्स करके पी सकते हैं।

जामुन की पत्तियों में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं. इसका सेवन मसूड़ों से निकलने वाले खून को रोकने में और संक्रमण को फैलने से रोकता है। जामुन की पत्तियों को सुखाकर टूथ पाउडर के रूप में प्रयोग कर सकते हैं. इसमें एस्ट्रिंजेंट गुण होते हैं जो मुंह के छालों को ठीक करने में मदद करते हैं। मुंह के छालों में जामुन की छाल के काढ़ा का इस्तेमाल करने से फायदा मिलता है। जामुन में मौजूद आयरन खून को शुद्ध करने में मदद करता है।

जामुन की लकड़ी न केवल एक अच्छी दातुन है अपितु पानी चखने वाले (जलसूंघा) भी पानी सूंघने के लिए जामुन की लकड़ी का इस्तेमाल करते।

vandna

Recent Posts

बरेली के प्रोफेसर ने ग़ाज़ियाबाद के इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ा अपना शोध पत्र

Bareillylive : बरेली के जाने माने प्रोफेसर अंशुल कुमार ने आज ग़ाज़ियाबाद के अजय कुमार…

10 hours ago

सपा की पीडीए महा पंचायत में बोले वक्ता, अपने वोट की ताकत पहचाने लोधी समाज

Bareillylive : समाजवादी पार्टी के कैंट विधानसभा अध्यक्ष रोहित राजपूत ने कालीबाड़ी में पूर्व वित्त…

10 hours ago

एसआरएमएस मेडिकल कालेज में न्यूरो ओंकोलाजी पर हुए विशेषज्ञों के व्याख्यान

Bareillylive : आज हर क्षेत्र में टेक्नोलाजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। स्वास्थ्य क्षेत्र…

11 hours ago

भरतनाट्यम नृत्य कला के माध्यम से नटराज को समर्पित भावों का मनमोहक प्रदर्शन

Bareillylive : एसआरएमएस रिद्धिमा में रविवार (24 नवंबर 2024) को भरतनाट्यम के गुरुओं और विद्यार्थियों…

11 hours ago

हिंदुस्तान को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग का शीघ्र ही निकले निष्कर्ष: स्वामी सच्चिदानंद जी

Bareillylive: जात-पात में बंटे हिंदू समाज को जागृत करते हुए एक रहने की इच्छा को…

12 hours ago

एसएसपी ने किया क्रिमिनल ट्रैकिंग सेल का उद्घाटन, अपराधों पर रहेगी और पैनी निगाह

Bareillylive : एसएसपी बरेली अनुराग आर्य ने कैम्प कार्यालय पर क्रिमिनल ट्रैकिंग सेल का आज…

13 hours ago