नयी दिल्ली। सरकार में मंत्री पद से हटाए गये कपिल मिश्रा ने अब अपनी पार्टी (AAP) के सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने रविवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि चाहे प्राण भी चला जाये तो मैं चुप नहीं रहूंगा। कपिल ने राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि देने के बाद कहा कि मैंने स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को केजरीवाल को 2 करोड़ रुपए नकद देते हुए देखा है।
क्पिल ने कहा-मैंने अपनी आंखों से देखा कि सत्येंद्र जैन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 2 करोड़ रुपए नकद दे रहे थे। मैंने अरविंद केजरीवाल से पूछा कि 2 करोड़ रुपए का कैश कहां से आया तो केजरीवाल ने कहा कि कुछ बातें बतायी नहीं जातीं।
बता दें कि मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कपिल ने रविवार को सुबह साढ़े ग्यारह बजे आम आदमी पार्टी में भ्रष्टाचार को लेकर कुछ बड़े नामों का खुलासा करने का ऐलान किया था। इसी क्रम में आप कपिल ने ये खुलासा किया।
कपिल ने कहा कि चंद दिनों का इंतजार करें, सांच को आंच नहीं है। पूछा – क्यों मीडिया के सामने नहीं आ रहे केजरीवाल? एक सवाल के जवाब में बोले-सत्येंद्र जैन जब जेल जाएंगे तो सब पता चल जाएगा। कहा कि कैश लेने वालों को जेल भिजवाकर रहूंगा.
आरोप लगाया कि सत्येंद्र जैन ने केजरीवाल के सगे के लिए 50 करोड़ रुपए की डील करायी। इसलिए केजरीवाल पर कानून अपनी कार्रवाई करे। उन्होंने कहा कि अगर पानी की सप्लाई मुद्दा था तो मुझे पहले हटाते। 2004 से आंदोलनकारी हूं. 15 साल से आंदोलन कर रहा हूं।
इंडिया अगेंस्ट करप्शन से जुड़ा रहा। आम आदमी पार्टी का संस्थापक सदस्य हूं. कोई मुझे पार्टी से निकाल नहीं सकता। मैंने टैंकर घोटाले पर 400 करोड़ रुपए की रिपोर्ट तैयार की थी। मैंने यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री केजरीवाल को भेजी।
कपिल ने यह भी कहा कि मंत्री बनने के एक महीने के भीतर उन्होंने शीला दीक्षित के खिलाफ रिपोर्ट बनाकर केजरीवाल को भेजी थी। साथ ही उपराज्यपाल यानि एलजी को सारी जानकारियां दीं।
एक सवाल के जवाब में कहा-गांधी जी की समाधि पर आकर बहुत ज्यादा ताकत और ऊर्जा मिलती है। इसीलिए राजघाट से झाड़ू चलाने की शुरुआत करने हम यहां आए हैं। एसीबी को लिखी चिट्ठी के बाद मुझे हटाया गया।
गौरतलब है कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में खराब प्रदर्शन करने वाली आम आदमी पार्टी की सरकार ने शनिवार को अपने जल मंत्री कपिल शर्मा को कैबिनेट से हटा दिया। कैबिनेट से हटाए जाने के बाद कपिल बागी हो गये।
कुमार विश्वास के करीबी माने जाते हैं कपिल
बता दें कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में पार्टी की हार के बाद कपिल ने विश्वास के सुर में सुर मिलाते हुए कहा था कि पार्टी ईवीएम के कारण नहीं हारी है। कपिल ने विधायक अमानतुल्लाह की विश्वास के साथ जुबानी जंग में खुलकर विश्वास का साथ दिया था। एमसीडी चुनाव में हार के बाद कपिल ने कहा था, ‘आत्मविश्लेषण का समय आ गया है, दो वर्ष बाद हमें ऐसा दिन क्यों देखना पड़ रहा है। चाहे मोदी लहर हो या नहीं, यह स्पष्ट हो गया है कि लोगों ने हमें वोट नहीं दिया है। आज वास्तविकता यह है कि हमें 2015 की तुलना में कम सीटें मिली हैं। परिणाम को महज ईवीएम पर दोष मढ़कर नहीं देखा जा सकता है।’