नई दिल्ली,25फरवरी। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने आज (गुरुवार) लोकसभा में रेल बजट 2016-17 पेश करते हुए टिकटों से जुड़ी 11 बड़ी घोषणाएं कीं, जो इस प्रकार हैं:-
- भारतीय रेल उपनगरीय और कम दूरी के यात्रियों के लिए हैंड हैल्ड टर्मिनलों के जरिए टिकटों की बिक्री शुरू कर सकती हे। इससे कम से कम बुनियादी ढांचे के साथ कई टिकट बिक्री स्थल तैयार किए जा सकते हैं।
2. भारतीय रेल टिकट वेंडिंग मशीनों के जरिए प्लेटफार्म टिकटों की बिक्री भी शुरू कर सकती हे, जिसमें नकद राशि के अलावा क्रेडिट/डेबिट कार्डों से भी भुगतान किया जा सकता है।
3. रेल मंत्री ने अगले 3 महीने में विदेशी पर्यटकों और प्रवासी भारतीयों के लिए विदेशी डेबिट/क्रेडिट कार्डों से ई-टिकटिंग सुविधा शुरू करने की भी घोषणा की।
4. पत्रकारों को रियायती पासों पर टिकटों की ई-बुकिंग की सुविधा दिए जाने की भी घोषणा की।
5. श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने हेल्पगलाइन 139 पर यात्रियों को पंजीकृत फोन नंबर पर भेजे गए ‘वन टाइम पासवर्ड’ का उपयोग करते हुए टिकट रद्द कराने के जरिए पीआरएस टिकटों को रद्द कराने की नई प्रक्रिया का भी प्रस्तागव किया।
6. बगैर टिकट यात्रा की समस्यां से निपटने के लिए प्रमुख स्टेशनों पर पायलट आधार पर बार कोड वाली टिकटें, स्कैकनर और एक्सेनस कंट्रोल शुरू किये जाएंगे ।
7. सुबह के घंटों के दौरान, सेवाओं में सुधार के लिए तत्काल काउंटरों पर सीसीटीवी कवरेज की योजना बनाई जा रही है। पीआरएस वेबसाइट की सुरक्षा विशेषताओं के आवधिक रूप से थर्ड पार्टी ऑडिट और प्रमाणन की व्यवस्था करने की भी योजना तैयार की जा रही है।
8. अक्टूबर 2015 में शुरू की गई विकल्पी (वैकल्पिक गाड़ी एकोमोडेशन प्रणाली) योजना का विस्तार किया जाएगा, ताकि प्रतीक्षा सूची के यात्रियों को निर्दिष्टे गाड़ियों में पसंद का स्थान प्रदान किया जा सके।
9. पिछले साल घोषित ‘ऑपरेशन पांच मिनट’ का अनुसरण करते हुए रेल मंत्री ने 1,780 आटोमैटिक टिकट वैंडिंग मशीनें, मोबाइल एप्स और गो इंडिया स्मारर्ट कार्ड की शुरूआत की। गो इंडिया स्माकर्ट कार्ड से यूटीएस और पीआरएस टिकट बिना नकद भुगतान के खरीद सकते हैं।
10. बड़े स्टेशनों पर बार कोडेड टिकट, स्केनर और एक्सेस कंट्रोल की शुरुआत की जाएगी।
11. अनारक्षित और प्लेाटफार्म टिकटें खरीदने के लिए मोबाइल एप शुरू किये गये हैं। ई-टिकटिंग मशीनों की क्षमता को 2000 टिकट प्रति मिनट से बढ़ाकर 7,200 टिकट प्रति मिनट की गई है। इससे एक ही समय पर 1,20,000 उपभोक्ता, इसका उपयोग कर सकते हैं जबकि पहले केवल 40,000 ही कर पाते थे।