नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच गैरजिम्मेदाराना व्यवहार और लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है। असम के सिलचर एयरपोर्ट से 300 यात्री बिना कोरोना जांच कराए ही खिसक लिये। अधिकारियों ने कहा कि फरार हुए सभी यात्री ट्रेस करने योग्य हैं क्योंकि हमारे पास उनका पूरा विवरण है। फिलहाल भागे हुए यात्रियों को पकड़ने के लिए उनकी खोजबीन की जा रही है। इन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
कछार जिले के अतिरिक्त उपायुक्त सुमित सत्तवान ने बताया कि 6 विमानों से देश के विभिन्न हिस्सों से कुल 690 यात्री सिलचर हवाईअड्डे पर पहुंचे थे। कोविड-19 जांच के लिए हवाईअड्डे पर तथा पास में स्थित तिकोल मॉडल अस्पताल में इन यात्रियों के नमूने लिये जाने थे। अधिकारी ने कहा, “जांच शुल्क के लिए 500 रुपये के भुगतान को लेकर लगभग 300 यात्रियों ने इन दोनों स्थानों पर हंगामा किया।”
असम सरकार ने राज्य में हवाई मार्ग से पहुंचने वाले सभी यात्रियों के लिए कोविड-19 जांच अनिवार्य कर दी है। इसके तहत रैपिड एंटीजन जांच नि:शुल्क की जाती है और फिर आरटी-पीसीआर जांच की जाती है जिसके लिए 500 रुपये का भुगतान करना होता है। रैपिड एंटीजन जांच में संक्रमणमुक्त पाए जाने वाले यात्रियों को भी आरटी-पीसीआर जांच से गुजरना होता है।
अधिकारी ने बताया कि 690 यात्रियों में से 189 की जांच की गई जिनमें से 6 कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए। कई यात्रियों को जांच से छ्रट दी गई क्योंकि उनका गंतव्य असम की जगह मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा जैसे पड़ोसी राज्यों का था।