श्रीनगर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आतंकवाद के खिलाफ कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाने और जम्मू-कश्मीर में आतंकी फंडिंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्दश दिए हैं। शाह ने राज्य सरकार और केंद्र के शीर्ष अधिकारियों के साथ सुरक्षा समीक्षा बैठक के दौरान यह निर्देश दिए। गृह मंत्री ने एक जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की भी समीक्षा की। बैठक के दौरान सुरक्षा बलों ने राज्य में सुरक्षा परिदृश्य का व्यापक खाका गृह मंत्री के समक्ष पेश किया।
केंद्रीय गृह मंत्री के दो दिवसीय दौरे के बारे में संवाददाताओं को जानकारी देते हुए जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने बताया कि गृह मंत्री ने राज्य में आतंकी गतिविधियों पर शिकंजा कसने को कहा है। सुब्रह्मण्यम ने गृह मंत्री को उद्धृत करते हुए कहा, “आतंकवादियों और आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति होनी चाहिए। आतंकी फंडिंग के खिलाफ लगातार कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। कानून का शासन लागू होना चाहिए।“
केंद्रीय गृह मंत्री ने उग्रवाद और आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रयासों की सराहना की और निर्देश दिया कि प्रदेश सरकार को अपने पुलिसकर्मियों की शहादत पर उनके गांवों में उचित तरीके से याद करते हुए सम्मान देना चाहिए। प्रमुख सार्वजनिक स्थलों का नाम शहीद पुलिसकर्मियों के नाम पर होना चाहिए।
सुब्रह्मण्यम ने कहा कि यह समीक्षा सुरक्षा बलों द्वारा अब तक की गई तैयारियों, पिछले साल की अपेक्षा इस साल किये गए सुधारों और सुरक्षा बलों की और किसी जरूरत पर केंद्रित थी। अमरनाथ यात्रा के सुगम रूप से संचालन के लिए प्रशासनिक और अन्य इंतजामों की भी इस दौरान समीक्षा की गई। शाह ने जोर देकर कहा कि मानक संचालन प्रक्रियाओं को लागू करने में कोई कोताही नहीं बरती जानी चाहिए और वरिष्ठ अधिकारियों को हर स्तर पर यात्रा के इंतजाम व्यक्तिगत रूप से देखने चाहिए।
इस बैठक में राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी मौजूद थे।