UP : प्रयागराज में सोमवार को अंशिका केसरवानी की घर मे संदिग्ध मौत के बाद बवाल हो गया। बेटी अंशिका की मौत से नाराज़ परिजनों ने ससुराल फूंकी, जिससे सास-ससुर की जलकर मौत हो गई। घर मे उस समय 7 लोग थे। सास शोभा देवी और ससुर राजेंद्र केसरवानी की जिंदा जलकर मौत हुई। 5 लोगों को पुलिस ने रेस्क्यू किया। ससुरालजनों पर बहू की हत्या करने का आरोप था। हालांकि अभी तक भी पुलिस यह तय नहीं कर पाई की बहू की हत्या थी या सुसाइड?
क्या था मामला…
झलवा की रहने वाली अंशिका केसरवानी की शादी पिछले वर्ष फरवरी में मुट्ठीगंज के रहने वाले राजेंद्र प्रसाद केसरवानी के पुत्र अंशु के साथ हुई थी।
सोमवार रात लगभग 11 बजे लड़की पक्ष को ससुरालियों द्वारा सूचना दी गई कि अंशिका ने दोपहर तीन बजे घर में फंदे से लटक कर जान दे दी है। मौके पर जब लड़की पक्ष के लोग पहुंचे। बेटी (अंशिका)का शव फंदे से लटका मिला।अंशिका का शव देख कोहराम मच गया। मायका पक्ष के लोगों ने ससुरालियों पर हत्या का आरोप लगाकर हंगामा करने लगे।अंशिका के घरवाले भड़क गए और उन्होंने इसी बीच मकान के निचले हिस्से को आग के हवाले कर दिया गया। देखते ही देखते आग विकराल रूप ले लिया और चार मंजिला मकानमें फैल गई। मकान के अंदर कई लोग आग की लपटों से घिर गए। पुलिस ने आग की लपटों के बीच फंसे पांच लोगों को कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला। दूसरी ओर मायका पक्ष के लोगों ने ससुराल वालों पर आग लगाने का आरोप लगाया। फायर ब्रिगेड की टीम ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। देर रात तीन बजे के बाद मकान का सर्च किया गया तो अंदर दो शव और बरामद किया गया। डीसीपी नगर दीपक भूकर ने बताया कि दोनों शवों की पहचान मृतका के ससुर राजेंद्र प्रसाद और सास शोभा देवी के रूप में की गई है।