Rahul GandhiRahul Gandhi

नयी दिल्लीः अपने बयानों के चलते कई बार खुद ही घिर चुके राहुल गांधी ने एक बार फिर “सेल्फ गोल” कर लिया। इस बार मामला उनके द्वारा लोकसभा में चीन-पाकिस्तान पर दिये गये बयान का है। चीन और पाकिस्तान की दोस्ती के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने के प्रयास में वह खुद ही घिर गये हैं। उन्हीं की पार्टी कांग्रेस के दिग्गज नेता कुंवर नटवर सिंह ने उनपर हमला बोला है। उन्हें पाकिस्तान और चीन की दोस्ती का इतिहास भी याद दिलाया। नटवर सिंह ने राहुल गांधी को संसद में ऐसा बयान देते समय नहीं रोकने के लिए मोदी सरकार को भी आड़े हाथ लिया। कांग्रेस के ही एक और बड़े नेता कपिल सिब्बल के पूर्व राजनयिक भाई कंवल सिब्बल ने भी राहुल गांधी के बयान को गलत बताया है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी राहुल गंधी पर पलटवार किया है।

लोकसभा में दिये गये राहुल गांधी के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व विदेश मंत्री कुंवर नटवर सिंह ने राहुल गांधी के बयान को तथ्यों से परे बताया और उन्हें जवाहर लाल नेहरू की गलती की भी याद दिलायी।

नटवर सिंह ने कहा कि राहुल गांधी ने पाकिस्तान और चीन के संबंधों को लेकर जो कुछ भी संसद में बयान दिया, वह पूरी तरह से गलत था। चीन और पाकिस्तान 1960 के दशक से ही अच्छे दोस्त रहे हैं। साथ ही उन्होंने इस बात पर भी आश्चर्य जताया कि मोदी सरकार की ओर से किसी ने राहुल गांधी के इस बयान का संसद में विरोध नहीं किया।

संयुक्त राष्ट्र जाकर नेहरू ने की थी गलतीः नटवर

नटवर ने राहुल को इतिहास की याद दिलाते हुए कहा कि वह उनके परदादा (जवाहर लाल नेहरू) थे, जो कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में ले गये थे। राहुल गांधी को आईना दिखाते हुए उन्होंने आगे कहा कि आज हम अलग-थलग नहीं हैं। आज पड़ोसियों से हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं। भारत की विदेश नीति में कोई खामी नहीं है. हमारी विदेश नीति बिल्कुल भी विफल नहीं है। पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह ने कहा कि आज भारत का विदेश मंत्री एक ऐसा शख्स है, जिसने पूरी जिंदगी सिर्फ विदेश नीति के मुद्दों पर ही काम किया है।

कंवल सिब्बल ने भी की राहुल की आलोचना

कांग्रेस के एक और बड़े नेता व पूर्व कानून मंत्री कपिल सिब्बल के बड़े भाई कंवल सिब्बल (जो राजनयिक रहे हैं, ने भी भारत की विदेश नीति पर सवाल उठाने के लिए राहुल गांधी की आलोचना की है। कंवल सिब्बल ने कहा कि भाजपा  की सरकार बनने के बहुत पहले चीन और पाकिस्तान दोस्त बन चुके थे। दोनों 1962 में ही भारत को घेरने के लिए एकजुट हो गये थे। कंवल सिब्बल ने याद दिलाया कि परमाणु क्षेत्र में चीन-पाकिस्तान ने अवैध रूप से सहयोग किया है, दुनिया इसको जानती है।

राहुल ने मोदी सरकार पर बोला था हमला

गौरतलब है कि राहुल गांधी ने बुधवार (2 फरवरी 2022) को बजट सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर विपक्ष की ओर से चर्चा की शुरुआत करते हुए मोदी सरकार पर आरोप लगाया था कि उसकी गलत विदेश नीति की वजह से चीन और पाकिस्तान एक हो गये हैं। राहुल गांधी ने कहा था कि भारत की विदेश नीति की सबसे बड़ी रणनीति चीन और पाकिस्तान को अलग करने की थी, लेकिन मोदी सरकार ने उन्हें एक होने का मौका दिया। यह देश के प्रति इस सरकार का सबसे बड़ा अपराध है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खतरे से खेल रहे हैं। पाकिस्‍तान और चीन को हल्‍के में नहीं लें। राहुल ने यह भी कहा था कि सरकार की गलत नीतियों की वजह से देश को आंतरिक और बाहरी मोर्चों पर खतरा उत्पन्न हुआ है।

जयशंकर ने भी दिखाया आइना

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी राहुल गंधी को आइना दिखाया है। उन्होंने कहा, “1963 में पाकिस्तान ने गैरकानूनी तरीके से शक्सगाम वैली चीन को सौंप दी। चीन ने 1970 के दशक में POK के जरिए काराकोरम हाईवे का निर्माण किया था। 1970 के दशक से दोनों देशों के बीच करीबी परमाणु सहयोग भी है। साल 2013 में चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर की शुरुआत हुई। तो, खुद से पूछें कि क्या तब चीन और पाकिस्तान दूर थे?”

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