शुक्रवार की रात को सदी का सबसे बड़ा चंद्रग्रहण दिखाई देगा। दुनियाभर के वैज्ञानिकों के अलावा आम आदमी की भी नजरें इस नजारे को देखने के लिए टिकी हैं। जहां एक तरफ दुनियाभर में सबसे लंबी अवधि के पूर्ण चंद्रग्रहण का इंतजार होगा। वहीं, दूसरी तरफ एक और अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। भारतीय समय के अनुसार रात को करीब पौने ग्यारह बजे चंद्रग्रहण की शुरुआत होगी। इसके ठीक पांच मिनट पहले मंगल ग्रह सामान्य से अधिक चमकदार और बड़ा दिखाई देगा। इस दौरान मंगल ग्रह ऐसी स्थिति में होगा, जिसे खगोल विज्ञान में विमुखता (Opponent in Astronomy) कहते हैं।
कैसा होगा नजारा:
मंगल ग्रह अपने कक्ष में घूमते हुए पृथ्वी के बेहद नजदीक आ जाएगा है। इस दौरान सूर्य, पृथ्वी और मंगल लगभग सीधी रेखा में होंगे। इस दौरान पृथ्वी और मंगल दोनों ही सूर्य के एक ओर होते हैं। यही वो वक्त होगा जब मंगल ग्रह सामान्य से अधिक चमकदार और बड़ा दिखाई देगा।
31 जुलाई को आएगा सबसे करीब:
मंगल की विमुखता की शुरुआत 27 जुलाई को हो जाएगी, पर लाल ग्रह पृथ्वी के सबसे अधिक करीब 31 जुलाई के दिन होगा। इसकी प्रमुख वजह है कि सूर्य के इर्द-गिर्द घूमने वाले ग्रहों की सर्कुलर क्लास बदलकर अंडाकार (elliptical) हो जाती है। यही कारण है कि विमुखता की विभिन्न स्थितियों के दौरान मंगल और पृथ्वी के बीच की दूरी भी अलग-अलग होती है।
15 साल में सबसे करीब होगा मंगल:
विमुखता के दौरान पृथ्वी से मंगल की दूरी का दायरा 400 मिलियन किलोमीटर (2.7 एस्ट्रोनॉमिकल यूनिट) से लेकर 56 मिलियन किलोमीटर (0.38 एस्ट्रोनॉमिकल यूनिट) के बीच होता है। यह नजदीकी विमुखता के दौरान होती है। ऐसा 15 साल बाद होगा जब इस बार मंगल पृथ्वी के सबसे करीब होगा। पिछले 15 साल में पहली बार यह अधिक चमकीला और बड़ा भी दिखाई देगा।
आकाश में सबसे चमकीला:
वैज्ञानिकों के अनुसार, शुक्रवार को पृथ्वी से मंगल की दूरी महज 58 मिलियन किलोमीटर (0.39 एस्ट्रोनॉमिकल यूनिट) होगी। अगर आकाश में चमकने वाले सबसे अधिक चमकीले तारे सिरिस को देखें तो मंगल ग्रह इससे भी चमकीला दिखाई देगा। सिरिस इस दौरान मंगल ग्रह के मुकाबले तीन गुना धुंधला दिखाई देगा।
वैज्ञानिकों के लिए अद्भुत तस्वीर:
शुक्रवार को होने वाली यह आकाशीय घटना वैज्ञानियों के लिए एक अद्भुत अवसर होगी। दरअसल, वैज्ञानिकों को इस दौरान टेलीस्कोप के जरिए मंगल ग्रह के बारे में जानने का मौका मिल सकता है। हालांकि, आंखों से आकाश को देखने वाले सामान्य लोगों के लिए मंगल ग्रह को देखना आसान नहीं होगा। लेकिन, ग्रहण के दौरान लाल रंग के चंद्रमा के बगल में इसे देखने पर अद्भुत नजारा दिखाई देगा।