देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में ट्रेनिंग लेने के बाद 490 जांबाज कैडेट शनिवार को पास आउट परेड के बाद अफसर बन गये। आईएमए में पासिंग आउट परेड में 423 अफसर भारतीय सेना का मुख्य अंग बन गए। इसके अलावा 67 विदेशी कैडेट्स ने भी प्रशिक्षण पूरा कर पास आउट परेड में भाग लिया। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने बतौर रिव्यूइंग अफसर परेड की सलामी ली।
इस मौके पर सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा कि कश्मीर में युवाओं को सोशल मीडिया के जरिये भड़काया जा रहा है। उन्होंने पासिंग आउट परेड में सफल युवा सैन्य अधिकारियों से परम्परागत और गैर परम्परागत चुनौतियों के लिए तैयार रहने का आह्वान किया। पत्रकारों से बातचीत में सेना प्रमुख ने कहा कि सोशल मीडिया पर हो रहा दुष्प्रचार कश्मीर के युवाओं को भड़का रहा है। सेना वहां लोगों की रक्षा के लिए है, न कि उनसे उलझने के लिए। कहा कि प्रयास किये जा रहे हैं कि युवाओं को सेना सही राह पर ले आए, हालांकि हालात पहले से बेहतर हुए हैं।
सेना में महिलाओं की भर्ती पर सेना प्रमुख ने कहा कि विभिन्न घरेलू मोर्चों पर जूझने के लिए महिला जवानों की जरूरत पड़ती है। सेना में महिला जवानों की भर्ती के लिए पहले महिला पुलिस जवान भर्ती की जाएंगी। फिर प्रयोग सफल होने पर उन्हें सेना की मुख्यधारा में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सेना के ऑपरेशन के दौरान कई बार महिलाएं सामने आ जाती हैं इसलिए हमें सेना में महिलाओं की भी जरूरत है।
चीनी हेलीकॉप्टर की भारतीय वायु सीमा क्षेत्र में घुसपैठ पर जनरल रावत ने कहा कि कभी-कभी चीनी हेलीकॉप्टर हमारे नभ क्षेत्र का इस्तेमाल करते हैं। हम भी उनके नभ क्षेत्र का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन परसेप्सन से लगता है कि चीन हमारी सीमा का उल्लंघन कर रहा है। उन्होंने कहा कि अगर हमारे पास आधुनिक तकनीक हो और उसका सही तरह से इस्तेमाल किया जाए तो आवाम को इतनी तकलीफ नहीं होगी, हम सक्षम होंगे।
इससे पहले ‘भारत माता तेरी कसम, तेरे रक्षक बनेंगे हम’ आइएमए के इस गीत पर कदमताल करते जेंटलमैन कैडेट ड्रिल स्क्वायर पहुंचे तो लगा कि विशाल सागर उमड़ आया है। एक साथ उठते कदम और गर्व से तने सीने दर्शक दीर्घा में बैठे हर व्यक्ति के भीतर ऊर्जा का संचार कर रहे थे। इस अवसर पर ट्रेनिंग में बेहतर प्रदर्शन करने वाले कैडेट्स को सम्मानित भी किया गया।