आज स्व. श्री मती सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज ने सांसद पद की शपथ संस्कृत में ली । ‘बांसुरी स्वराज’ को शपथ लेते देख ऐसा लगा मानो स्वयं सुषमा स्वराज ही शपथ ले रहीं हों ।नई दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंची बांसुरी स्वराज ने राजनीति में भारतीय सभ्यता और संस्कृति के नये अध्याय की शुरुआत की।बांसुरी स्वराज ने अपनी मां सुषमा स्वराज जी के प्रेरणादायी पदचिन्हों पर चलते हुए संस्कृत में लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण की ।

18वीं लोकसभा के लिए सोमवार को कई सांसदों ने संसद सदस्य के रूप में शपथ ली। नई दिल्ली लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज की शपथ काफी चर्चा में है। उन्होंने अपनी मां की तरह संस्कृत भाषा में शपथ ली। इससे पहले सुषमा स्वराज जब साल 2014 में विदिशा लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुईं थी तब उन्होंने भी बतौर संसद सदस्य संस्कृत में शपथ ली थी।

पहली बार संसद पहुंची हैं बांसुरी स्वराज

सोशल मीडिया पर बांसुरी स्वराज के शपथ ग्रहण का वीडियो वायरल हो रहा है। बांसुरी के वीडियो उनकी मां सुषमा स्वराज के पुराने वीडियो के साथ शेयर किया जा रहा है। बता दें कि बांसुरी स्वराज पहली बार लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंची हैं। उन्होंने अपने पहले लोकसभा चुनाव में नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की। उन्होंने आम आदमी पार्टी के सोमनाथ भारती को 78,370 मतों के अंतर से हराया।

बांसुरी स्वराज ने एक्स (ट्विटर) पर शपथ ग्रहण का वीडियो शेयर करते हुए कहा , नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के प्रतिनिधि के रूप में आज 18वीं लोकसभा के संसद सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण करने का गौरव प्राप्त हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रतिभाशाली नेतृत्व में हम सब विकसित, समृद्ध और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूर्ण करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

न्यू दिल्ली सांसद बांसुरी स्वराज ने आज संसद के पहले सत्र में प्रतिभाग कर शपथ लेने से पूर्व माँ का स्मरण कर उनके नाम पर वृक्षारोपण किया।

शपथ ग्रहण के दौरान दिखी भाषायी विविधिता

लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों ने सोमवार को जब शपथ ली तो भारत की भाषायी विविधता की झलक देखने को मिली। अधिकतर सदस्यों ने हिंदी में शपथ ली तो कई सदस्यों ने संस्कृत, असमिया, मैथिली, तेलुगू तथा पंजाबी एवं अन्य भारतीय भाषाओं में सत्य और निष्ठा का प्रतिज्ञान किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के पहले दिन सबसे पहले सदन के सदस्य के तौर पर शपथ ली और उन्होंने हिंदी में शपथ ली। उनके शपथ लेने के बाद सत्तापक्ष से कई सदस्यों ने ‘जय श्रीराम’ के नारे भी लगाए। बांसुरी स्वराज के अलावा टीडीपी के कृष्णा प्रसाद टेन्नेटी और बीजेपी के चिंतामणि महाराज ने भी संस्कृत में शपथ ली।

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