नई दिल्ली/लखनऊ। दिल्ली के धौला कुआं इलाके से गिरफ्तार खूंखार आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस,ISIS) के आतंकी अबू यूसुफ खान ने बड़े पैमाने पर खूनखराबे की साजिश रची थी। उसने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के सामने कबूला है कि अगर वह दिल्ली को दहलाने में सफल हो जाता तो उसका अगला कदम फिदायीन हमला (Suicide attack) करने का था। उसने इसके लिए शरीर में विस्फोटकों को बांधने वाली बेल्ट भी तैयार कर रखी थी।  अबू यूसुफ खान आईएसआईएस के “खुरासान मॉड्यूल” से जुड़ा था।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के डीएसपी  प्रमोद सिंह कुशवाहा ने शनिवार को दोपहर बाद मीडिया को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा अबू यूसुफ दिल्ली के किसी बेहद भीड़भाड़ वाले इलाके में बड़ा धमाका करना चाहता था। वह सोशल मीडिया के जरिए आईएसआईएस के हैंडलरों के संपर्क में आया था और 2010 से पहले सऊदी अरब काम करने के लिए गया था।

डीएसपी ने कहा कि 36 साल के मोहम्मद मुस्तकिन खान उर्फ अब्दुल उर्फ यूसुफ उर्फ अबू यूसुफ खान ने अपनी पत्नी और बच्चों के पासपोर्ट बनवा रखे थे क्योंकि आईएसआईएस के उसके हैंडलर ने उसे परिवार सहित अफगानिस्तान के खुरासान बुलाने का वादा किया था, लेकिन वह मारा गया। डीएससी ने बताया, “अबू यूसुफ का पहला हैंडलर यूसुफ अल हिंदी सीरिया में मारा गया था जबकि दूसरा हैंडलर अली हुजैफा पाकिस्तानी पिछले साल खुरासान में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया था। अबू हुजैफा ने उसे खुरासान बुलाने का वादा किया था। इसी के चलते अबू यूसुफ खान ने अपनी पत्नी और बच्चों के पासपोर्ट बनवा लिये थे। लेकिन, हुजैफा की मौत के बाद आईएसआईएस खुरासान प्रोविंस का जो नया अमीर नियुक्त हुआ, उसने अबू यूसुफ से कहा कि उसे खुरासान आने की जरूरत नहीं है, भारत में रहकर ही संगठन का काम करे।”

डीएसपी ने कहा कि हैंडलर से इस आदेश के बाद अबू यूसुफ किसी बड़ी घटना को अंजाम देन की फिराक में था लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन लगने की वजह से उसकी गतिविधियां सिमट गईं। फिर वह 15 अगस्त के आसपास दिल्ली आने वाला था लेकिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के कारण नहीं आ पाया था। जब उसे लगा कि सुरक्षा व्यवस्था ढीली हो गई होगी तो उसने दिल्ली का रुख किया और शुक्रवार रात को धौला कुआं इलाके से हल्की मुठभेड़ में दबोचा गया।

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर स्थित भदाही शाही गांव निवासी अबू यूसुफ के परिवार में पत्नी और चार बच्चे हैं। गांव में उसकी कॉस्मेटिक की एक दुकान है। पुलिस के मुताबिक, इस आतंकवादी के पास से दो आईईडी बेस्ड प्रेशर कुकर बम, एक सॉफिस्टिकेटड पिस्टल, चार कार्टेज और एक मोटरसाइकिल मिली जो चोरी की हो सकती है। डीएसी ने कहा, “अबू यूसुफ खान ने खुद ही आईईडी तैयार करना सीख लिया था। उसने दिसंबर के आसपास आईडी बना ली थी और अपने गांव के कब्रिस्तान के पास छोटे स्तर पर टेस्ट भी किया था। उसके पास से मिली आईईडी भी उसी ने बनाई या किसी दूसरे ने, इसका पता लगाया जा रहा है।”

अबू यूसुफ खान पर एक साल से थी पुलिस की नजर

डीएसपी ने बताया कि अबू यूसुफ और उसके संपर्क में रहने वालों पर पुलिस पिछले एक साल से नजर रख रही थी। वह दिल्ली के किस इलाके में किस एरिया में धमाका करना चाहता था, इसकी पूछताछ हो रही है। उसके पास से कितनी मात्रा में विस्फोटक मिला है, इस सवाल के जवाब में डीएसपी ने कहा, “एनएसजी को बुलाया गया था, वही रिपोर्ट देगी कि कितनी मात्रा में विस्फोटक था।”

अल्पसंख्यक समुदाय के 47 अपराधियों के मारे जाने का बदला लेना चाहते थे आतंकी

उत्तर प्रदेश सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि दिल्ली में गिरफ़्तार उत्तर प्रदेश के बलरामपुर निवासी आतंकवादी ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि उसकी अयोध्या में राम मंदिर शिलान्यास के एक महीने के भीतर आतंकी हमला करने की योजना थी। प्रवक्ता के मुताबिक पकड़े गए आतंकवादी ने यह भी बताया है कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदेश के अलग-अलग जिलों में पिछले साल के आखिर में हुई हिंसा में उपद्रवियों से वसूली, संपत्तियों की कुर्की के नए क़ानून और राज्य में पुलिस के साथ मुठभेड़ में अल्पसंख्यक समुदाय के 47 अपराधियों के मारे जाने का बदला लेने की भी तैयारी थी।

 
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